ईरान का जबरदस्त पलटवार: कतर‑इराक में अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइलों की बारिश

23 जून 2025 को ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे अल उदीद एयर बेस पर मिसाइल हमला किया, जो अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर किए गए हवाई हमलों के प्रतिशोध में था। ईरान ने इस हमले में 14 से 19 तक मिसाइलें दागीं, जिनमें से अधिकांश को कतर की वायु रक्षा प्रणालियों ने सफलतापूर्वक रोक लिया। एक मिसाइल अड्डे के पास एक इमारत से टकराई, लेकिन कोई हताहत या सैन्य संरचना को नुकसान नहीं हुआ।

ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इस हमले को “शक्तिशाली और विनाशकारी” बताया और कहा कि यह अमेरिका की आक्रामकता का जवाब है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा, “हम किसी की आक्रामकता को स्वीकार नहीं करेंगे; यह ईरानी राष्ट्र का तर्क है।”

ईरान का मिसाइल हमला:

  • हमले का उद्देश्य: ईरान ने अमेरिकी ऑपरेशन “मिडनाइट हैमर” के जवाब में यह हमला किया, जिसमें अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान में परमाणु स्थलों पर बंकर-बस्टर बम गिराए थे।

  • मिसाइलों की संख्या: ईरान ने अल-उदीद एयरबेस की ओर 14 मिसाइलें दागीं।

  • नुकसान की स्थिति: कतर और अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, सभी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया गया और कोई जनहानि नहीं हुई।

  • पूर्व सूचना: ईरान ने इस हमले की पूर्व सूचना अमेरिका और कतर को दी थी, जिससे समय रहते सुरक्षा उपाय किए जा सके।

  • कतर में अल-उदीद एयरबेस:
    ईरान ने 23 जून 2025 को Al‑Udeid के अमेरिकी बेस पर 10–14 बैलिस्टिक मिसाइलें दागींकतर की वायु रक्षा प्रणालियों (Patriot मिसाइल बैटरी सहित) ने सभी मिसाइलों का समय रहते इंटरसेप्शन कर लिया

  • इराक में Ain al‑Asad एयरबेस:
    उसी समय इराक के Ain al‑Asad बेस पर भी रॉकेट हमले किए गए; हालांकि इसकी संख्या और प्रभाव स्पष्ट रूप से सामने नहीं आए

नुकसान और क्षति

  • प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार कतर और अमेरिकी आंकड़ों ने कोई हताहत या भारी नुकसान होने से इंकार किया

ईरानी मिसाइल सिस्टम: तकनीक और रेंज

1. बैलिस्टिक मिसाइल्स (Ballistic Missiles)

  • ईरान मध्य-पूर्व का सबसे बड़ा बैलिस्टिक मिसाइल आर्म्डार्मेंट रखता है और इसमें कुल मिलाकर लगभग 3,000 मिसाइलें मौजूद हैं, जिनमें कई रेंज 2,500 किमी तक पहुंचती हैं और विमान की गति से 17,000 किमी/घंटा से अधिक की लॉन्च स्पीड होती है

  • कुछ प्रमुख मिसाइलें और उनकी रेंज:

मिसाइल रेंज विवरण
Sejil 1,500–2,500 किमी ठोस‑ईंधन, अत्यधिक गति (17,000 किमी/घंटा से अधिक)
Kheibar Shekan ~1,450 किमी ठोस‑ईंधन, टर्मिनल में टेररिबल माध्यमिक उड़ान, M‑2 से M‑3 तक की गति ।
Shahab‑3 / Ghadr 1,800–2,000 किमी माध्यम‑दायरा, दो‑चरण स्थर, उच्च सटीकता (~110 मी CEP) ।
Khorramshahr‑4 ~2,000 किमी भारी वारहेड और लंबी दूरी ।
Fattah‑1 (हाइपरसोनिक) ~1,400 किमी Mach 13–15 की उच्च गति वाले मार्वी मानक टर्मिनल वायुगति ।
  • Fateh‑110 / Fateh‑313: रेंज ~200–400 किमी, सिंगल-चरण ठोस‑ईंधन प्रणाली, मोबाइल लांचर से दागी जाती है; यह सटीकता के लिए जानी जाती है

  • Qiam‑1: द्रव‑ईंधन, एकल‑चरण, रेंज ~800–1,000 किमी, 650 कि.ग्रा. वारहेड और वर्तमान में कक्षीय मार्विविमुख डिज़ाइन क्रूज़र है; TBIs (Traumatic Brain Injury) सहित नुकसान भी दर्ज हुआ है

  • Zolfaghar: रेंज ~700 किमी, ठोस‑ईंधन, GPS/INS मार्गदर्शन, 500 कि.ग्रा. वारहेड

3. हाइपरसोनिक और क्रूज़ मिसाइल्स

  • Qassem Basir: हाल ही में मई 2025 में पेश की गई ठोस‑ईंधन मिसाइल, रेंज ~1,200 किमी, मार्गदर्शन में सुधार और GPS‑रहित लक्षित दक्षता

  • Hoveyzeh Cruise Missile: सतह‑से‑सतह क्रूज़ मिसाइल, रेंज 1,350 किमी, 1 मीटर तक सटीकता, समुद्र‑तल को लक्ष्य बनाने में सक्षम

तकनीकी विशेषताएँ

  • ईंधन प्रकार: ठोस‑ईंधन (SEJIL, Qassem Basir, Fateh‑110, Kheibar Shekan) जल्द वार करने में सक्षम होते हैं, जबकि द्रव‑ईंधन मिसाइलें (Shahab, Qiam) अधिक दूरी तय करती हैं लेकिन तैयारी समय अधिक लेती हैं

  • मार्गदर्शन और सटीकता: GPS/INS संयोजन, इलेक्ट्रो‑ऑप्टिकल टर्मिनल सिस्टम्स जैसे Qassem Basir, Zolfaghar Basir, Khalij Fars; CEP ~100–300 मीटर

  • हाइपरसोनिक क्षमता: Fattah‑1 और Qassem Basir मिसाइलें टर्मिनल में Mach 5 से ऊपर गति से हॉर्न करती हैं, जिससे इंटरसेप्शन मुश्किल

संभव हमले पर उपयुक्त रेंज

  • कतर, कुवैत, बहरीन, UAE: अनुपालन क्षेत्र में आते हैं, मिसाइल्स जैसे Qassem Basir, Shahab‑3 आदि सीधे दागे जा सकते हैं।

  • इराक (एइन अल‑असद, अर्बिल): SRBM सिस्टम जैसे Qiam‑1 (800 किमी) और Fateh‑110 उपयुक्त विकल्प है, जैसा कि 2020 के हमलों में देखा गया

  • इज़राइल: Shahab‑3 परिवार, Kheibar Shekan, Qassem Basir आदि इस दूरी को कवर करते हैं (1,200–1,800 किमी)

ईरान का मिसाइल आर्मामेंट बेहद विविध और तकनीकी दृष्टि से परिष्कृत है, जो SRBM से लेकर MRBM और हाइपरसोनिक तक विस्तृत स्पेक्ट्रम कवर करता है। इन्हें मोबाइल लांचर और भूमिगत बेस से दागा जाता है, जिससे युद्ध की पूर्व चेतावनी के दौरान भी वे लॉन्च के लिए तैयार रह सकते हैं। उनकी रेंज व्यापक रूप से कवर होती है — स्थानीय सीमा से लेकर इज़राइल तक — और मार्गदर्शन तकनीक उन्हें सटीक और घातक बनाती है।

एहतियात और तैयारी

  • ईरान ने मिसाइल हमले से पहले कतर और अमेरिका को चेतावनी भेजी थी, जिससे एयरस्पेस खाली कर लिया गया और इसका प्रभाव कम हुआ

  • कतर, बहरीन, यूएई और कुवैत ने अपनी वायुमंडलीय सीमाएँ अस्थायी रूप से बंद कीं

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को “बहुत कमजोर प्रतिक्रिया” बताया और कहा कि अमेरिका को पहले से इसकी जानकारी थी, जिससे कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “शायद अब ईरान क्षेत्र में शांति और सद्भाव की ओर बढ़ सकता है, और मैं इज़राइल को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करूंगा।”

क्षेत्रीय स्थिति और आगे की संभावनाएँ

  • यह हमला ईरान की “Annunciation of Victory” या “विजय की घोषणा” नामक अभियान के तहत अंजाम दिया गया था

  • ट्रम्प प्रशासन द्वारा कहा गया कि इजराइल और ईरान के बीच एक सीजफायर समझौता हुआ है; हालांकि इसकी औपचारिक पुष्टि अभी तक उपलब्ध नहीं है

  • यूएस सेंट्रल कमांड भी दोहा में बैठक कर स्थिति का जायजा ले रहा है और एक दीर्घकालिक मध्य-पूर्व शांति समझौते की दिशा में काम कर रहा है

  • ईरान ने जवाबी कार्रवाई के रूप में मिसाइल हमले किए, किंतु तैयारियों और पूर्व चेतावनी से मानव जीवन व महत्वपूूर्ण बुनियादी ढांचों को नुकसान नहीं हुआ।

  • ऐसा पहली बार मध्य-पूर्व में हुआ, जब किसी राष्ट्रीय सैन्य आधार को मिसाइल हमलों का लक्ष्य बनाया गया और जिसके तत्काल बाद क्षेत्रीय देशों ने कूटनीतिक माध्यमों से अस्थायी सीजफायर स्थापित करने का प्रयास किया।

इस हमले के बाद कतर ने अस्थायी रूप से अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, जिसे बाद में फिर से खोल दिया गया। अमेरिकी दूतावास ने भी अपने नागरिकों को आश्रय में रहने की सलाह दी, जिसे बाद में हटा लिया गया।

अमेरिकी और सहयोगी प्रणालियों द्वारा ईरानी मिसाइलों के रूके जाने/ट्रैक

1. रडार-आधारित पूर्व चेतावनी प्रणाली

  • अल-उदीद एयरबेस (कतर) में Combined Air Operations Center (CAOC) स्थित है, जहां क्षेत्रीय रडार डेटा (जैसे सऊदी, UAE, कतर) को एकीकृत करके मिसाइल/ड्रोन लॉन्च की ट्रैकिंग की जाती है

  • अमेरिका ने कतर में अद्वितीय AN/TPY-2 X‑Band हाई‑रिज़ॉल्यूशन रडार तैनात किया है, जो मिसाइलों को शुरुआती चरण में ट्रैक करता है, और इसे इज़राइल व तुर्की के साथ जोड़कर एक व्यापक डिफेंस आर्क तैयार किया गया है

2. इंटरसेप्टर मिसाइल प्रणाली

  • Patriot एमएलआरएस (PAC‑3)

    • यह अल-उदीद, अल-धाफरा, इरबिल, और अल‑असद जैसे बेसों पर तैनात होता है।

    • 2024 के हमलों के दौरान इरबिल में एक बैलिस्टिक मिसाइल को शॉट डाउन किया गया

    • अल‑असद पर 2023–24 में हुए हमलों में 15+ Patriots लॉन्च किए गए और कई मिसाइल्स को अवरोधित किया गया

  • THAAD (Terminal High Altitude Area Defense)

    • X‑Band रडार के साथ काम करता है और उच्च‑ऊँचाई इंटरसेप्शन के लिए एक और सुरक्षा ढांचा प्रदान करता है

  • नौसैनिक SM‑3 इंटरसेप्टर (Aegis)

    • USS निकट पूर्व में SM‑3 मिसाइलों का उपयोग किया गया, और उन्होंने उपकरणों को फ्लाइट ट्रैकिंग और इंटरसेप्शन में सहायता की

3. दिल्लीकरण और क्षेत्रीय सहयोग

  • Gulf देशों (सऊदी, UAE, कतर, जॉर्डन) ने रडार-ट्रैक डेटा साझा किया, जिससे एक इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस नेटवर्क बना जिसमें मिसाइल लॉन्च का रियल‑टाइम अलर्ट सिस्टम स्थापित हुआ

  • मिसाइल लॉन्च से पहले चेतावनी डेटा साझा कर, हवाई क्षेत्र खाली कराया गया और इंटरसेप्टर मिसाइल प्रणाली जल्दी तैयार हो सकी

4. प्रदर्शन दर और चुनौतियाँ

  • अमेरिकी और इज़राइली इंटरसेप्टर प्रणालियों ने दावा किया है कि उन्होंने 80–99% हमलों को रोक दिया

  • हालांकि, रेडिट सहित कुछ संसाधनों ने कहा कि असली सफलता दर शायद कम (~25–84%) रही, विशेषकर जब मिसाइलों की संख्या बहुत अधिक थी

  • बड़े हमलों के दौरान प्रणाली पर दबाव बढ़ जाता है—जैसे Multiple IRBMs/Cruise मिसाइल एक साथ लॉन्च होने पर—जिससे कुछ हमले सिस्टम की तीव्रता से बाहर रह सकते हैं

अमेरिकी और सहयोगी डिफेंस मैकेनिज़्म, जैसे X‑Band रडार, Patriot और THAAD इंटरसेप्टर, और क्षेत्रीय सहयोग, वर्तमान में मिसाइल हमलों के खिलाफ कार्यक्षम सुरक्षा प्रदान करते हैं। फिर भी, विश्लेषण से यह भी स्पष्ट है कि अत्यधिक हमलों के दौरान इंटरसेप्शन दर सीमित हो सकती है, जिससे डिफेंस नेटवर्क की सतत उन्नति और क्षमता विस्तार की आवश्यकता है।

ईरान–यूएस मिसाइल हमले पर क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं

तुर्की

तुर्की का रुख संतुलित रहा। राष्ट्रपति एर्दोगान ने कहा कि “नया युद्ध क्षेत्र मध्यपूर्व के लिए स्वीकार्य नहीं है” और तुर्की द्वारा क्षेत्रीय तनाव को फैलने से रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी किए जा रहे हैं

सऊदी अरब और यूएई

  • सऊदी अरब ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्र में तनाव कम करना है; साथ ही उन्होंने यूएस-सऊदी संबंधों को मजबूत बनाए रखने पर ज़ोर दिया

  • यूएई ने ईरानी मिसाइल हमले को “अंतरराष्ट्रीय कानून और कतर की संप्रभुता का उल्लंघन” बताते हुए कड़ी निंदा की

कतर, ओमान और कुवैत

  • कतर और ओमान ने ईरान से मध्यस्थता करते हुए संघर्ष विराम के संदेश पहुंचाने का कार्य किया

  • कुवैत व कतर ने घोषित किया कि मिसाइल हमलों को गंभीर खतरा समझते हैं और क्षेत्रीय शांतिपूर्ण समाधान के पक्षधर हैं

  • कतर ने इस हमले की निंदा की और इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया।
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    हवाई क्षेत्र बंद: कतर, कुवैत, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात ने एहतियातन अपने हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिए।

  • कतर ने मिसाइल हमले को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया और कड़े शब्दों में इसकी निंदा की

  • अमेरिकी दूतावासों, खासकर कतर, बहरीन व यूएई में “डाक एंड कवर” स्थिति जारी रही और कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया

इराक

इराक ने हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और कहा कि “साथो बातचीत के अलावा कोई विकल्प नहीं है”—उन्होंने किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई से बचने का आह्वान किया

मिस्र और अरब लीग

  • मिस्र ने हमले को “तेजी से बढ़ रहे संकट” के रूप में देखा और एक तात्कालिक टकराव विराम की मांग की

  • अरब लीग ने हमले को “अस्वीकार्य” और कतर के संप्रभु अधिकार का उल्लंघन बताया

इज़राइली प्रतिक्रिया और योजनाएँ

  • इज़राइल को हमले की पहले जानकारी दी गई थी—संयुक्त राज्य ने अल‑उदीद मिसाइल हमलों की जानकारी साझा की थी

  • इज़राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल कात्ज़ ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता को इसका जवाब देना होगा और उन्होंने स्पष्ट किया कि इस हमले को अनदेखा नहीं किया जाएगा

  • हमले के जवाब में इज़रायल ने ईरान के परमाणु उपकरणों व सैन्य ठिकानों पर लक्षित ऑपरेशन्स तेज कर दिए थे, जिससे मास्को व यूरोपीय विदेश मंत्रियों ने कूटनीतिक मध्यस्थता की अपील की

  • प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याह ने अमेरिकी हमलों की प्रशंसा की और कहा कि “सबसे पहले ताकत, फिर शांति”; साथ ही यूएस को इस निर्णय के लिए धन्यवाद दिया

भारतीय दूतावास की सलाह

दोहा में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।

अमेरिकी प्रतिक्रिया

  • राष्ट्रपति ट्रंप का बयान: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को “बहुत कमजोर प्रतिक्रिया” बताया और ईरान को अग्रिम सूचना देने के लिए धन्यवाद दिया, जिससे कोई हानि नहीं हुई।

  • सैन्य स्थिति: अल-उदीद एयरबेस पर लगभग 10,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं, और यह मध्य पूर्व में अमेरिकी सैन्य अभियानों का मुख्य केंद्र है।

संघर्षविराम की स्थिति / शांति की दिशा

  • ट्रम्प प्रशासन ने भी इज़राइल और ईरान के बीच 24 घंटों में चरणबद्ध संघर्षविराम का दावा किया, लेकिन इसका इज़राइल द्वारा अभी तक औपचारिक पुष्टि नहीं मिली
  • संघर्षविराम की घोषणा: राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान और इज़राइल के बीच संघर्षविराम की घोषणा की, जिसमें ईरान पहले हमले रोकने पर सहमत हुआ और इज़राइल ने 12 घंटे बाद हमले रोकने का वादा किया।

  • ईरान की स्थिति: ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने कहा कि यदि इज़राइल हमले रोकता है, तो ईरान भी अपनी सैन्य कार्रवाई रोक देगा।

  • ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराग्ची ने कहा कि “यदि इज़राइल अपनी कार्रवाई रोके, तो ईरान भी मिसाइल हमलों को समाप्त कर देगा”—हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है

ईरान ने यह भी कहा कि उसने अमेरिकी हमले में गिराए गए बमों की संख्या के बराबर मिसाइलें दागीं, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह तनाव को और बढ़ाना नहीं चाहता। इस बीच, इज़राइल और ईरान के बीच संघर्ष जारी है, और अमेरिका ने कहा है कि वह इस युद्ध को समाप्त करना चाहता है।

इस घटना से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है, लेकिन दोनों पक्षों के बयानों से यह संकेत मिलता है कि वे आगे और संघर्ष से बचना चाहते हैं।

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