JLR के कमजोर FY26 मार्गदर्शन और अमेरिकी टैरिफ के चलते टाटा मोटर्स के शेयरों में चार दिनों में 8% तक गिरावट

टाटा मोटर्स के शेयरों में ज़बरदस्त गिरावट का मुख्य कारण है इसकी ब्रिटिश लग्ज़री यूनिट, जगुआर लैंड रोवर (JLR) की FY26 के लिए कमजोर वित्तीय मार्गदर्शिका — जिसमें EBIT मार्जिन 10% से घटकर केवल 5–7% होने की संभावना है, जबकि FY25 में यह 8.5% था, और FY25 में £1.5 बिलियन फ्री कैश फ्लो FY26 में लगभग शून्य रहने की उम्मीद है । इसके अलावा, अमेरिका द्वारा लगाए गए 25% आयात शुल्क ने JLR के अमेरिका निर्यात में रुकावटें डालीं और कीमतों पर दबाव डाला, यद्यपि सीमित व्यापार समझौते के तहत अब केवल 10% टैरिफ लागू होगा

टाटा मोटर्स के शेयरों में गिरावट के प्रमुख कारण

1. JLR का कम लाभ मार्जिन अनुमान

JLR ने वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) के लिए अपने EBIT (ब्याज और कर पूर्व आय) मार्जिन का अनुमान 5-7% तक घटा दिया है, जो पहले के 10% के लक्ष्य से काफी कम है। FY25 में यह मार्जिन 8.5% था। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिका द्वारा लगाए गए 25% आयात शुल्क हैं, जो JLR की लाभप्रदता को प्रभावित कर रहे हैं।

2. मुक्त नकदी प्रवाह में गिरावट

FY25 में JLR ने £1.5 बिलियन (~₹16,700 करोड़) का मुक्त नकदी प्रवाह उत्पन्न किया था, लेकिन FY26 के लिए यह लगभग शून्य रहने की उम्मीद है। इसका कारण EV प्लेटफॉर्म और नए मॉडलों में उच्च निवेश और कार्यशील पूंजी की बढ़ती आवश्यकताएं हैं।

3. अमेरिकी टैरिफ और व्यापार बाधाएं

अमेरिका में लगाए गए नए टैरिफ के कारण JLR ने अस्थायी रूप से अमेरिका को शिपमेंट रोक दी थी। हालांकि, एक सीमित व्यापार समझौते के तहत, अब 100,000 ब्रिटिश निर्मित वाहनों पर 10% टैरिफ लगाया जाएगा, जो पहले के 27.5% से कम है। फिर भी, JLR की अमेरिका में स्थानीय उत्पादन की कमी इसे प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक संवेदनशील बनाती है।

4. FY25 की कमजोर तिमाही परिणाम

FY25 की चौथी तिमाही में टाटा मोटर्स का शुद्ध लाभ ₹8,470 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹17,407 करोड़ से 51% कम है। जबकि राजस्व में मामूली वृद्धि हुई, लाभप्रदता में गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।

5. ब्रोकरेज द्वारा रेटिंग में कटौती

कई ब्रोकरेज फर्मों ने टाटा मोटर्स की रेटिंग में कटौती की है। उदाहरण के लिए, CLSA ने इसे अपनी “हाई कन्विक्शन आउटपरफॉर्म” सूची से हटा दिया और टारगेट प्राइस को ₹930 से घटाकर ₹765 कर दिया।

इस वित्तीय अव्यवस्था के चलते टाटा मोटर्स के शेयरों में पिछले चार ट्रेडिंग दिनों में करीब 8% की गिरावट देखी गई, और हाल ही में एक ही दिन में 5–6% तक धक्के खाए गए हैं । FY25 की चौथी तिमाही में टाटा मोटर्स का शुद्ध लाभ ₹8,470 करोड़ से घटकर पिछले वर्ष के ₹17,407 करोड़ से लगभग आधा रह गया, जिससे निवेशकों में भय की लहर चली

टाटा मोटर्स के शेयर प्रदर्शन की स्थिति

  • वर्तमान मूल्य: ₹680.15 (17 जून 2025 तक)

  • 52-सप्ताह उच्चतम: ₹1,179.00

  • 52-सप्ताह न्यूनतम: ₹535.75

  • 1 वर्ष में गिरावट: ~31%

  • 3 वर्षों में वृद्धि: ~75%

JLR की यह गिरावट इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि यह FY25 में टाटा मोटर्स के कुल राजस्व का लगभग 71% और मुनाफे का 80% हिस्सा था । ऐसे में JLR की कमजोर प्रगति सीधे कंपनी के शेयर भाव पर असर डाल रही है।

हालाँकि, टाटा मोटर्स के पास दीर्घकालिक संभावनाएँ बनी हुई हैं — कंपनी JLR की लागत नियंत्रण की पहल (जैसे “Reimagine”), नए वाहन लॉन्च, इंडियन बाज़ार में EV एवं CNG सेक्टर में विस्तार, और FY27–FY28 में मार्जिन सुधार की योजना के साथ आगे बढ़ रही है । लेकिन फिलहाल FY26 में अस्थिरता जारी रहने की संभावना है, जिससे शेयर दबाव में रहेंगे। निवेशकों को इन चुनौतियों और सुधारों पर नज़र बनाए रखना चाहिए।

निवेशकों के लिए विचारणीय बिंदु

  • लंबी अवधि की संभावनाएं: JLR की FY25 में मजबूत प्रदर्शन और EV तथा CNG सेगमेंट में टाटा मोटर्स की बढ़ती उपस्थिति दीर्घकालिक दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाती है।

  • लघु अवधि की चुनौतियां: FY26 के लिए कमजोर मार्गदर्शन, अमेरिकी टैरिफ, और बढ़ती लागत निकट भविष्य में दबाव बना सकते हैं।

  • रणनीतिक पहल: JLR ने £1.4 बिलियन की वार्षिक बचत के लिए “एंटरप्राइज मिशन” शुरू किया है, जो लागत नियंत्रण और संचालन सुधार पर केंद्रित है।

टाटा मोटर्स के शेयरों में हालिया गिरावट मुख्य रूप से JLR की कमजोर वित्तीय पूर्वानुमानों, अमेरिकी टैरिफ, और बढ़ती लागतों के कारण है। हालांकि, कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतियाँ और EV सेगमेंट में विस्तार भविष्य में सकारात्मक परिणाम ला सकते हैं। निवेशकों को इन पहलुओं पर ध्यान देते हुए अपने निवेश निर्णय लेने चाहिए।

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