आज, 15 जून 2025 को भारत में सोने की कीमतों में तेज़ी देखी गई है। वैश्विक भू‑राजनीतिक तनाव (मुख्यतः इज़रायल‑ईरान) और डॉलर की कमजोरी के कारण निवेशक ‘सुरक्षित निवेश’ की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के ऊपर पहुंच गया है।
आज की सोने की कीमत (15 जून 2025)
शुद्धता
दैनिक भाव (₹ प्रति 10 ग्राम)
दैनिक परिवर्तन
24 कैरेट
₹1,01,830–₹1,01,853
+₹270–₹280
22 कैरेट
₹93,350–₹93,373
+₹240–₹250
चांदी: ₹1,05,000 प्रति किलोग्राम
यह दूसरी बार है जब दो महीनों के भीतर सोने की कीमतें ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम के पार गई हैं।
उदाहरण:
• दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹1,01,853 है, जबकि 22 कैरेट ₹93,373 के आसपास रहा।
• लखनऊ, भोपाल, इंदौर, जयपुर, मुंबई जैसे शहरों में 24 K ₹1,01,730–₹1,01,830, और 22 K ₹93,200–₹93,350 के बीच हैं।
प्रमुख शहरों में आज की भाव सूची (10 ग्राम)
शहर/राज्य
24 K (₹)
22 K (₹)
दिल्ली
₹1,01,853
₹93,373
मुंबई
₹1,01,680
₹93,200
चेन्नई
₹1,01,680
₹93,200
हैदराबाद
₹1,01,680
₹93,200
कोलकाता
₹1,01,680
₹93,200
बेंगलुरु
₹1,01,680
₹93,200
लखनऊ (U.P.)
₹1,01,603
₹93,153
मूल्य वृद्धि का विश्लेषण
एक सप्ताह में 24 कैरेट सोने की कीमत में लगभग ₹3,710 की वृद्धि दर्ज हुई है ।
दैनिक आधार पर 24 K में +₹270–₹280, जबकि 22 K में +₹240–₹250 की बढ़त बनी हुई है।
आज के सोने की तेजी के पीछे मुख्य कारण:
भू‑राजनीतिक तनाव – विशेषकर इज़रायल और ईरान के बीच के बढ़ते टकराव।
डॉलर कमजोरी एवं ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद – जिसने सोने को और आकर्षक विकल्प बनाया।
आज 15 जून 2025 को सोने की कीमतें अप्रैल से जून के बीच उच्च स्तर पर हैं, और इस समय ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम पार हो चुकी हैं। यदि आप खरीददारी या निवेश की योजना बना रहे हैं, तो स्थानीय जौहरी या बैंक से प्रमाणित दर सुनिश्चित करें।
8वें वेतन आयोग की सिफारिशों का इंतजार केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए जारी है। हालांकि, आयोग के गठन और रिपोर्ट प्रस्तुत करने में संभावित देरी के कारण, इसके कार्यान्वयन में भी विलंब हो सकता है। फिर भी, सरकार द्वारा सिफारिशों को 1 जनवरी 2026 से प्रभावी माना जा सकता है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को एरियर का लाभ मिल सकेगा।
8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के बीच उत्सुकता बनी हुई है। हालांकि, इसके गठन और कार्यान्वयन में संभावित देरी की खबरें सामने आ रही हैं। यहां हम आपको 8वें वेतन आयोग से जुड़ी नवीनतम जानकारी और संभावित प्रभावों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं:
8वें वेतन आयोग का गठन और संभावित कार्यान्वयन
गठन की स्थिति: केंद्र सरकार ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी थी। हालांकि, अब तक आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई है, और न ही इसके कार्यक्षेत्र (Terms of Reference) को अंतिम रूप दिया गया है।
संभावित कार्यान्वयन: 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2016 से लागू हुई थीं। इस आधार पर, 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू होने की उम्मीद थी। हालांकि, आयोग के गठन में देरी के कारण, इसके कार्यान्वयन में भी देरी हो सकती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि सिफारिशें 2027 या 2028 तक लागू हो सकती हैं, हालांकि इन्हें 1 जनवरी 2026 से प्रभावी माना जा सकता है, जिससे कर्मचारियों को एरियर का लाभ मिल सकेगा।
वेतन वृद्धि और फिटमेंट फैक्टर
फिटमेंट फैक्टर: 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिसके आधार पर न्यूनतम वेतन ₹18,000 निर्धारित किया गया था। 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.6 से 2.86 के बीच हो सकता है, जिससे न्यूनतम वेतन ₹46,000 से ₹51,480 तक बढ़ सकता है।
अन्य भत्ते: महंगाई भत्ता (DA) को मूल वेतन में समाहित करने का प्रस्ताव है, जिससे कुल वेतन में वृद्धि होगी, लेकिन भविष्य में DA की गणना नए सिरे से शुरू करनी होगी।
पेंशनभोगियों के लिए संभावित लाभ
पेंशन में वृद्धि: न्यूनतम पेंशन ₹9,000 से बढ़ाकर ₹22,500 से ₹25,200 तक की जा सकती है। इसके अलावा, पेंशन की गणना में सुधार और समय पर वितरण सुनिश्चित करने के उपाय भी शामिल हो सकते हैं।
अन्य प्रमुख प्रस्ताव
पे लेवल का एकीकरण: लेवल-1 से लेवल-6 तक के पे लेवल को मर्ज करने का प्रस्ताव है, जिससे प्रमोशन के अवसर बढ़ सकते हैं और वेतन संरचना सरल हो सकती है।
प्रदर्शन आधारित वेतन: कर्मचारियों के प्रदर्शन के आधार पर वेतन वृद्धि और प्रोत्साहन देने की प्रणाली लागू की जा सकती है।
गठन में देरी — जनवरी 2026 की डेडलाइन संभवतः मिस
सरकार की स्थिति: जनवरी 2025 में आयोग की मंज़ूरी तो दी गई, लेकिन अब तक अध्यक्ष, सदस्य और Terms of Reference (ToR) तय नहीं हुए हैं।
समयरेखा: पिछले पैटर्न (6वें—2 साल 5 महिने, 7वें—1 साल 9 महिने) के अनुसार, नई रिपोर्ट 2027–28 तक आ सकती है और उसके बाद लागू होने में 6–8 महीने और लग सकते हैं।
फिटमेंट फैक्टर और मासिक वेतन वृद्धि
फ़िटमेंट फैक्टर पर अनुमान:
आम दायरे: 2.5 – 2.86× (कुछ रिपोर्ट्स में 3.0 तक का जिक्र)।
इससे न्यूनतम बेसिक वेतन ₹18,000 से ₹40,000–₹57,000 तक बढ़ सकता है।
Influence on allowances: DA, HRA आदि संशोधित आधार पर पुनर्गणना होंगे।
पेंशनभोगियों के लिए लाभ
न्यूनतम पेंशन: ₹9,000 से बढ़कर ₹22,500–₹25,200 होने की संभावना।
DA पर असर: DA बेसिक में शामिल हो सकता है, और नए आधार पर डेयरनेस रिलीफ पुनः निर्धारित होगा।
Arrears ऑफसेट और राजनीतिक पहलू
Back arrears: पुराने आयोगों की तरह, आयोग को लागू करने के बाद सरकार 1 जनवरी 2026 से आंशिक या पूर्ण एरियर दे सकती है।
सरकारी पहल: कर्मचारी–पेंशनर संगठन TO R शीघ्र अन्तिम रूप देने और आयोग गठन की मांग कर रहे हैं।
भविष्य में कदम
Terms of Reference जारी: जल्द अपेक्षित।
अध्यक्ष एवं सदस्य नियुक्ति → आयोग गठन तक।
रिपोर्ट तैयार और सरकार को सौंपी जाएगी, अनुमान 2027 के अंत तक।
कानूनी मंजूरी और लागू, 2028 की शुरुआत में।
बकाया भुगतान – अगर 1 जनवरी 2026 की लागू तिथि ली गई, तो सरकार एरियर भी दे सकती है।
क्या करें?
अपेक्षाएं: अभी जनवरी 2026 तक लागू होने की उम्मीद लगभग ख़त्म होती जा रही है।
तैयारी करें: फ़िटमेंट फैक्टर 2.5–2.8 तक मानकर अपनी वित्त योजना बनाएं।
सक्रिय रहें: कर्मचारी संगठन/पेंशनर यूनियनों के अपडेट्स पर नज़र रखें।
विषय
स्थिति तथा अनुमान
गठन व ToR
शुरू नहीं हुआ, देरी
लागू होने की फीसदी संभावना
जनवरी 2026 – बहुत कम
रिपोर्ट आने की संभावना
2027–28
फिटमेंट फैक्टर
2.5–2.86× (कुछ स्थानों पर 3.0 तक)
न्यूनतम बेसिक
₹18,000 → ₹40k–₹57k
न्यूनतम पेंशन
₹9,000 → ₹22.5k–₹25.2k
DA पॉइंट
पुनर्गणना, बेसिक में समायोजन
अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:
सनक्षी सिन्हा अपने नए प्रोजेक्ट ‘निकीता रॉय’ (Nikita Roy) में एक बार फिर दमदार वापसी कर रही हैं। यह साइकोलॉजिकल/सुपरनैचुरल थ्रिलर उनकी बड़ी भाई कूश सिन्हा के निर्देशन में है, जो उनके लिए डेब्यू डायरेक्टर के रूप में भी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है । कहानी बताती है निकीता रॉय के इर्द‑गिर्द होने वाली मानसिक उलझनों और रहस्यों की, जहाँ सनक्शी की भूमिका एक ऐसी महिला की है जो एक बाबा की मानसिक रूप से मैनिपुलेटिव शक्तियों का पर्दाफाश करने का बीड़ा उठाती है । ट्रेलर जो 11 जून को रिलीज़ हुआ, उसमें आर्गन रांपल भी उनकी मदद करते दिखाई दिए, और पर्श रावल बाबा के रूप में नज़र आए हैं ।
कलाकार और किरदार
सोनाक्षी सिन्हा – निकिता रॉय, एक जासूस‑नुमा पात्र जो पवित्रता और अंधविश्वास की सीमा जांचती है
अर्जुन रामपाल – पैरानॉर्मल रिसर्चर के रूप में
परेश रावल – अमर देव, एक रहस्यमयी ‘बाबा’ या एक्सॉर्सिस्ट जो कथानक में मुख्य भूमिका निभाते हैं
सुहैल नय्यर – सहायक भूमिका में
फिल्म का प्रमुख भाग लंदन और यूके में फिल्माया गया था, कुल मिलाकर लगभग 35 दिनों तक का दौरा रहा ।
पहले फिल्म की रिलीज़ 30 मई तय थी, लेकिन बाद में इसे आगे बढ़ाकर 27 जून 2025 किया गया। यह देरी आधिकारिक रूप से स्पष्ट नहीं की गई, लेकिन लोगों को अब इस दिन सिनेमाघरों में देखने का इंतज़ार रहेगा । ट्रेलर में दिखाए गए सस्पेंस से ऐसा लग रहा है कि फिल्म भ्रम, मानसिक तनाव और छिपे सचों के इर्द‑गिर्द घूमती हुई एक मनोवैज्ञानिक खेल पेश करेगी, हालांकि कुछ समीक्षकों ने इसे “थोड़ा कैओटिक” भी बताया है ।
27 जून को रिलीज़ से पहले, 11 जून 2025 को ट्रेलर जारी हुआ, जिसमें जंगल में एक अजीब घर, भूतिया दृश्य और रहस्यमय घटनाओं का खुलासा दिखाया गया ।
ट्रेलर में दिखाया गया है कि सोनाक्षी की रोमांचक खोज अमर देव की काला‑जादू जैसी शक्तियों की गहराई जांचती है, और कई सस्पेंस व ट्विस्ट्स हैं ।
इस फिल्म में सोनाक्षी की एक्टिंग उनकी हालिया वेब-श्रृंखलाओं – खासकर “दहाड़” और “हीरमतींदी” – की गंभीरता और गहराई के साथ मेल खाती दिख रही है । यह उनके कैरियर में एक नया प्रयोग है, जिसमें वे फिर से अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित कर रही हैं। पर्श रावल, अर्जुन रामपाल और सुहैल नय्यर का सपोर्टिंग कास्ट इसे और मजबूती देता दिख रहा है ।
थीम: मानव मन, पैरेलल रियलिटी और भ्रम की सीमाएं
प्लॉट: एक परियोजना‑जैसी जासूसी कहानी, जहाँ सोनाक्षी और अर्जुन रामपाल मिलकर अमर देव की गतिविधियों को उजागर करते हैं; इसमें बिगड़े हुए मनोवैज्ञानिक तत्व, रिकॉर्डेड फुटेज, साइक्रिक डायग्राम, और भयानक रहस्य शामिल हैं ।
आलोचना और ट्रेलर रिव्यू
Koimoi ने ट्रेलर को “थोड़ा अनियमित” बताया लेकिन सोनाक्षी, रामपाल और रावल की परफॉर्मेंस की तारीफ की ।
OTTplay ने इसे ‘Shaitaan’ जैसी थ्रिलिंग, लेकिन अलग अंदाज वाली फिल्म बताया
फिल्म का ट्रेलर पहले ही रिलीज़ हो चुका है और अब पूरे स्पेस में रिलीज़ की तैयारी चल रही है।
प्रोडक्शन टीम ने कई बार तारीख़ बदलने के बाद सुनिश्चित किया है कि थ्रिलर‑प्रेमियों को जून में एक मन खराब करने वाला अनुभव मिले।
Nikita Roy एक दिलचस्प, रहस्यमय और मनोवैज्ञानिक थ्रिलर के रूप में सामने आ रही है, जहाँ सोनाक्षी एक दमदार किरदार निभाती दिखेंगी। भाई-बहन की यह साझेदारी दर्शकों की रुचि बनाए रखेगी।
कुल मिलाकर, ‘निकीता रॉय’ एक ऐसी थ्रिलर लगती है जिसमें मानसिक खेल, सस्पेंस और सूपरनैचुरल तत्वों का अनूठा मिश्रण देखने को मिलेगा। 27 जून को रिलीज़ होने वाली यह फिल्म सनक्शी‑कूश सिन्हा के निर्देशन‑अभिनय परिचय के लिए महत्वपूर्ण है।
NEET UG 2025 का परिणाम 14 जून 2025 को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा घोषित किया गया। यह परीक्षा 4 मई 2025 को आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 22.76 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया और 22.09 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। इस वर्ष कुल 12.36 लाख छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की, जिसमें 7.22 लाख लड़कियाँ और 5.14 लाख लड़के शामिल हैं।
घोषणा तिथि और परिणाम डाउनलोड
एनटीए ने NEET UG 2025 का परिणाम 14 जून 2025 को आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जारी कर दिया।
आप अपने Application number और Date of Birth का उपयोग करके स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
राजस्थान के महेश कुमार ने 686 अंक (99.9999547 पर्सेंटाइल) प्राप्त करके ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की। उनके बाद मध्य प्रदेश के उत्कर्ष अवधिया और महाराष्ट्र के कृषांग जोशी ने क्रमशः दूसरी और तीसरी रैंक प्राप्त की। दिल्ली की अविका अग्रवाल, जिन्होंने ऑल इंडिया रैंक 5 प्राप्त की, शीर्ष 10 में एकमात्र महिला उम्मीदवार हैं।
परीक्षा में रुझान और आँकड़े
परीक्षा में लगभग 22.7 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिसमें लगभग 20.8 लाख उम्मीदवार उपस्थित हुए।
12.36 लाख से अधिक उम्मीदवार (पुरुष ~5.14 लाख, महिलाएँ ~7.22 लाख, +3 थर्ड जेंडर) उत्तीर्ण हुए।
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक (≈1.70 लाख) छात्र सफल रहे।
टॉपर्स और पर्सेंटाइल
महेश कुमार (राजस्थान) ने 686/720 अंक (99.9999547 पर्सेंटाइल) प्राप्त कर टॉप किया — कोई भी उम्मीदवार 720 में से 720 नहीं ला पाया।
AIR 1–5 की सूची:
Mahesh Kumar (AIR 1),
Utkarsh Awadhiya (MP) – AIR 2,
Krishang Joshi (Maharashtra) – AIR 3,
Mrinal Kishore Jha (Delhi) – AIR 4,
Avika Aggarwal (Delhi) – AIR 5
टॉप 10 सभी सामान्य (General) कोटे के उम्मीदवार हैं, जिसमें एकमात्र लड़की Avika Aggarwal (AIR 5) भी शामिल हैं ।
Physics सेक्शन में कठिन प्रश्न और विस्तृत कैलक्युलेशंस थे, जबकि Biology अपेक्षाकृत आसान थी, जिससे परिणामों में स्कोर सीमित श्रेणी में रहे ।
कट‑ऑफ और क्वालिफायड की संख्या
कट‑ऑफ अंक और श्रेणी‑वार चयनित उम्मीदवारों की संख्या NTA ने जारी की है; सामान्य कट‑ऑफ थोड़ी गिरावट पर रही।
श्रेणी‑वार उत्तीर्ण:
General ≈6.89 लाख,
OBC ≈10.97 लाख,
SC ≈3.50 लाख,
ST ≈1.50 लाख,
EWS ≈1.54 लाख
इस वर्ष परीक्षा का स्तर अपेक्षाकृत कठिन था, जिससे कट-ऑफ में भी गिरावट देखी गई। सामान्य श्रेणी के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स रेंज 686 से 144, ओबीसी, एससी और एसटी के लिए 143 से 113 के बीच रही। उत्तर प्रदेश ने लगातार दूसरे वर्ष सबसे अधिक 1.70 लाख छात्रों के साथ उत्तीर्ण उम्मीदवारों की संख्या में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
फाइनल आंसर‑की और अन्य अपडेट
3 जून को प्रोविजनल आंसर‑की जारी हुई, 5 जून तक आपत्ति–मंजूरी रही, और 14 जून को फाइनल आंसर‑की जारी की गई।
इनमे कुछ प्रश्नों में दो सही विकल्प दिए गए – जिन पर कोई अंक कटौती नहीं होगी।
उम्मीदवार अपना स्कोरकार्ड neet.nta.nic.in पर अपने आवेदन संख्या और जन्मतिथि के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं। स्कोरकार्ड में विषयवार अंक, कुल अंक, पर्सेंटाइल, ऑल इंडिया रैंक और क्वालिफाइंग स्टेटस शामिल हैं।
आगे की प्रक्रिया
स्कोरकार्ड/मेरिट लिस्ट डाउनलोड करें।
JEE Counselling Committee (MCC) द्वारा AIQ (15%) तथा राज्य‑स्तरीय (85%) काउंसलिंग राउंड्स – जून अंत या जुलाई पहले सप्ताह से प्रारंभ होंगे।
जरूरी दस्तावेज जैसे स्कोरकार्ड, 10+2 मार्कशीट, ID proof, कैटेगरी/डॉमिसाइल सर्टिफिकेट आदि संभालकर रखें।
रिजल्ट घोषित होने के बाद, मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा 15% ऑल इंडिया कोटा के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जबकि शेष 85% सीटों के लिए राज्य स्तरीय काउंसलिंग संबंधित राज्य प्राधिकरणों द्वारा आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए आवश्यक दस्तावेज जैसे स्कोरकार्ड, एडमिट कार्ड, कक्षा 10 और 12 की मार्कशीट, पहचान पत्र, डोमिसाइल और श्रेणी प्रमाणपत्र तैयार रखें।
राज्य‑स्तर की सफलता की कहानियाँ
Lucknow (CMS): 86 छात्र qualify; सभी ने पढ़ाई, रिविज़न, mocks आदि पर जोर दिया
Jaipur: Somya Sharma (AIR 14) सहित अन्य टॉपर्स परिवार-शिक्षक सहयोग का श्रेय
Nagpur (Vidarbha): Umaid Khan ने AIR 21 हासिल की; राज्य भर के उम्मीदवारों ने उम्दा प्रदर्शन किया
Chandigarh: Nandika Sarin (AIR 98), Divya (AIR 158) ने disciplined लर्निंग और family support का योगदान बताया
Jharkhand: Himanshu Kumar ने AIR 134 के साथ झारखंड टॉप किया
संक्षेप तालिका
जानकारी
विवरण
परीक्षा तिथि
4 मई 2025
परिणाम तिथि
14 जून 2025
रजिस्ट्रेशन संख्या
≈22.7 लाख
उपस्थित
≈20.8 लाख
क्वालिफाइड
≈12.36 लाख
टॉपर स्कोर
686/720 (99.9999547), Mahesh Kumar
काउंसलिंग
जून अंत/जुलाई शुरुआत में
NEET UG 2025 का परिणाम मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइटों पर नियमित रूप से अपडेट के लिए नज़र रखें।
आज के दिन 13 June, 2025 को भारत में सोने ने नई ऊँचाइयाँ पार कीं। दिल्ली में खासकर, 24 कैरेट ने ₹10,150 तक की छलांग लगाई। भारत के अन्य प्रमुख शहरों में भी हल्की या मजबूत वृद्धि देखी गई — निवेश के लिहाज से यह समय विशेष रूप से चिंतन का है, क्योंकि यह संकेत दे रहा है कि सोना अब केवल गहनों का विकल्प नहीं, बल्कि सुरक्षा का माध्यम बन गया।
आज, 13 जून 2025 को वाराणसी में सोने की कीमतों में वृद्धि देखी गई है। 24 कैरेट सोने का भाव ₹9,944 प्रति ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत ₹9,116 प्रति ग्राम है। यह वृद्धि वैश्विक बाजारों में सोने की मांग में इजाफा और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण हुई है।
प्रमुख अपडेट और कारण
आज सोने ने ऐतिहासिक उच्च स्तर छू लिया है, क्योंकि:
MCX पर 24 कैरेट सोना ₹1,00,403 प्रति 10 ग्राम रिकॉर्ड किया गया, जो कि पहली बार ₹1 लाख के पार गया।
यह उछाल मुख्यतः मध्य-पूर्व में ईरान–इजराइल तनाव, डॉलर में कमजोरी, और रुपया की गिरावट के चलते आया, जिससे निवेशक सुरक्षित आवास की मांग में बढ़ोतरी देखी गई ।
दिल्ली में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत आज ₹10,150, जबकि 22 कैरेट का भाव ₹9,310 रहा, जिसमें क्रमशः ₹2,120 और ₹1,950 की वृद्धि दर्ज़ की गई। दिल्ली में ₹10,150 (24 K) व ₹9,310 (22 K) की आज की ऊँचाई ने साफ संकेत दिया है कि आतंकवाद–भय, विनिमय दर और विनिमेय नीति मिलकर सोने की कीमतों को बढ़ा रहे हैं ।
आज, 13 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिसे “ब्लैक फ्राइडे” कहा जा रहा है।बीएसई सेंसेक्स 1,264 अंक गिरकर 80,427.81 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 में 415 अंकों की गिरावट के साथ यह 24,473.25 पर पहुंच गया।
इस गिरावट का मुख्य कारण इज़राइल द्वारा ईरान पर किए गए हवाई हमले और अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना है, जिसमें 241 लोगों की मृत्यु हुई।इन घटनाओं के चलते निवेशकों की संपत्ति में ₹7 लाख करोड़ से अधिक की कमी आई है।तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण ONGC और ऑयल इंडिया के शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि अन्य अधिकांश सेक्टरों में गिरावट रही।विशेषज्ञों के अनुसार, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के चलते बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।
शेयर बाजार अपडेट: 13 जून 2025
आज भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिसे ‘ब्लैक फ्राइडे’ कहा जा रहा है।
सेंसेक्स:1,264 अंक गिरकर 80,427.81 पर खुला।
निफ्टी 50:415 अंक गिरकर 24,473.00 पर खुला।
निवेशकों का नुकसान:सिर्फ 10 सेकंड में ₹7 लाख करोड़ की पूंजी डूब गई।
प्रभावित सेक्टर्स:
नकारात्मक प्रदर्शन: मेटल, ऑयल एंड गैस, फार्मा, ऑटो, पीएसयू बैंक, आईटी सेक्टर में गिरावट देखी गई।
सकारात्मक प्रदर्शन: रक्षा क्षेत्र के शेयरों में तेजी आई, जैसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयरों में 8% तक की वृद्धि हुई।
प्रमुख सूचकांक
BSE सेंसेक्स
खुला लगभग 80,954 पर।
हालिया आंकड़ों के अनुसार यह गिरकर ~80,938.9 (+‑753 अंक) पर था।
आज अधिकतम गिरावट ~823 अंक दर्ज की गई, जबकि दिन के दौरान यह 81,022 तक भी रिकवर हुआ था ।
NSE निफ्टी 50
बंद हुआ –253.2 अंक की गिरावट के साथ 24,888.2 पर।
विश्लेषण के अनुसार यह लगभग –1.0% नीचे था।
गिरावट के कारण
मध्य-पूर्व में तनाव
इज़राइल–ईरान के सैन्य संघर्ष से आशंका बढ़ी, जिससे वैश्विक बाजारों में बेचैनी बनी।
कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
ब्रेंट क्रूड $75/बैरल से ऊपर पहुंच गया, जिससे तेल-गैस क्षेत्र में शेयर भारी गिरावट में रहे ।
वैश्विक बिकवाली और जोखिम-मुक्त साधनों का रुझान
वैश्विक मंदी और निवेशकों का सुरक्षित विकल्प जैसे सोना, डॉलर में पलायन बढ़ा।
एयर इंडिया विमान हादसा: इस दुर्घटना ने निवेशकों की भावना को और कमजोर किया।
सेक्टर्स और स्टॉक्स प्रदर्शन
बैंक, ऑयल और गैस, मेटल, ऑटो, फार्मा, IT: प्रमुख रूप से लाल रंग में, यानी गिरावट में रहे ।
उत्थानशील सेक्टर्स:
डिफेंस कंपनियों (HAL, BEL) में ~8% की तेजी।
ONGC, Oil India जैसे OMC शेयरों में 3–5% की वृद्धि, तेल की कीमतों से प्रेरित।
बाजार की तकनीकी—वस्तुस्थिति
India VIX में 7–10% की तेजी, तनाव बढ़ने का संकेत।
रूबल: ₹86.15–86.20/$ की ओर गिरा।
सारांश
आज का दिन सेंसेक्स लगभग 0.9% और निफ्टी 1% तक गिर गया।
मुख्य कारण थे मध्य-पूर्व की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय तेल-मंदी।
कुछ रक्षा और तेल क्षेत्रीय कंपनियों ने इस संकट के बीच अच्छी कमाई दिखाई।
सेक्टर रोटेशन: अभी किन सेक्टर्स पर नज़र?
IT, Pharma, Auto:
विशेषज्ञ धनंजय सिन्हा के अनुसार, “इंवेस्टर परंपरागत सेक्टर्स (फायनेंशियल, इंफ्रास्ट्रक्चर) से हटकर डिफेंसिव और स्टेबल सेक्टर्स जैसे IT, Pharma और Auto की तरफ रुख कर रहे हैं”।
IT और Pharma में स्थिर आय और कम चक्रीयता के कारण निवेशक इन्हें सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं।
Financials, PSUs, Metals:
रोहित श्रीवास्तव का अनुमान है कि निफ्टी “25,800 तक बढ़ सकता है”, अगर ये सेक्टर अच्छी पक पकड़ बनाये रखें।
RBI की रेपो रेट कट के बाद Financials व PSUs सबसे ज़्यादा लाभान्वित हुए हैं ।
Autos (EV रिलेवेंट):
ऑटो सेक्टर में इनपुट लागत में कमी, मांग में सुधार और EV अपनाने की प्रवृत्ति सकारात्मक संकेत दे रही है ।
CLSA की लारेन्स बालैंको की रिपोर्ट में Auto भी अगली रोटेशन में शामिल है।
अगले महीने के लिए भविष्यवाणियाँ
विश्लेषक
संभावित इंडेक्स लक्ष्य
उसपर आधारित वजहें
रोहित श्रीवास्तव
निफ्टी ≈ 25,800
Financials, PSUs, Metals के बल
CLSA (Balanco)
Summer में निफ्टी ≈ 26,300
Financials, Autos, Industrials में सेक्टर रोटेशन
सलाह
रोटेशन ट्रेंड – निवेशक धीमी और स्थिर आय वाले सेक्टरों (IT, Pharma) की ओर खिंचे जा रहे हैं।
मूलभूत सेक्टर्स में उछाल – Financials, PSUs और Metals RBI की दर कट और liquidity बढ़ने से सकारात्मक छाप छोड़ रहे हैं।
ऑटो सेक्टर – लागत में कमी, मांग बेहतर होना, और EV ट्रेंड से फायदा मिलने की संभावना।
तकनीकी लक्ष्य – अगले कुछ हफ्तों में निफ्टी 25,800–26,300 तक जा सकता है।
रणनीति विकल्प – “Buy on dips” (गिरावट पर खरीदारी) सूझबूझ भरा कदम है।
आपके लिए क्या करे?
आपका निवेश फोकस कहाँ है?
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13 जून 2025 को इज़राइल ने ईरान के खिलाफ एक बड़ा सैन्य अभियान “ऑपरेशन राइजिंग लायन” शुरू किया, जिसमें लगभग 200 लड़ाकू विमानों ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला किया।
इस हमले में नतांज़ स्थित यूरेनियम संवर्धन केंद्र, बैलिस्टिक मिसाइल निर्माण इकाइयाँ, और शीर्ष सैन्य अधिकारियों के आवास शामिल थे। ईरानी राज्य मीडिया के अनुसार, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर जनरल होसैन सलामी और चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी की मृत्यु हो गई, साथ ही प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक फेरेदून अब्बासी और मोहम्मद मेहदी तेहरांची भी मारे गए।
ईरान ने इस हमले के जवाब में इज़राइल पर 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च किए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया। ईरान, इज़राइल, इराक और जॉर्डन ने अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, और वैश्विक तेल कीमतों में 8% से अधिक की वृद्धि हुई।
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को “राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक” बताया और कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक ईरान के परमाणु कार्यक्रम को समाप्त नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि इज़राइल ने ईरान के परमाणु संवर्धन कार्यक्रम, परमाणु हथियार निर्माण कार्यक्रम, और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केंद्रों को निशाना बनाया।
इज़राइल ने राष्ट्रीय अस्तित्व के लिए लिया ‘राइजिंग लायन’ का रास्ता: “पूरी तरह खतरा मिटे तब तक हमला जारी रहेगा
बेंजामिन नेतन्याहू ने 13 जून 2025 को एक राष्ट्रव्यापी संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि इज़राइल द्वारा “ऑपरेशन राइजिंग लायन” नामक सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा “जब तक ईरान के उस परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को पूरी तरह खत्म नहीं किया गया, जो हमारे अस्तित्व के लिए सीधा खतरा बन गया है।” उन्होंने बताया कि इस पूर्व-खतरनाक (pre-emptive) मिसाइल और हवाई हमले की योजना महीनों पहले से तैयार की जा रही थी, जिसमें ईरान के परमाणु संयंत्र, बैलिस्टिक मिसाइल स्थलों तथा प्रमुख वैज्ञानिक और सैन्य कमान नेताओं को निशाना बनाया गया है।
उनके अनुसार, “हमने नतांज में स्थित परमाणु संवर्धन केंद्र और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर हमला किया, परमाणु हथियारों के विकल्प विकसित करने वाले उच्च‑स्तरीय वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया”। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि यह अभियान “इज़राइल की नागरिक आबादी की सुरक्षा और देश की बहुत ही अस्तित्व‑संबंधी चुनौती” को टालने के लिए है। नेतन्याहू ने दोहराया कि हमले का उद्देश्य “खतरे को पीछे धकेलना” है, और यह “कई दिनों या एक सप्ताह से भी अधिक समय तक संभव है, जब तक कि लक्ष्य पूरे न हो जाएँ”।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इजरायल को परमाणु खतरे के खिलाफ समर्थन दिया, हालांकि यूएस सरकार ने इन हमलों में किसी भी सीधे सैन्य भागीदारी से इनकार किया।
सारांश में नेतन्याहू का बयान:
ऑपरेशन राइजिंग लायन तब तक चलेगा जब तक वह “ईरान के परमाणु व मिसाइल खतरे” को मिटाने में सफल नहीं होते।
यह रणनीति “पूर्व-खतरनाक” हमला (pre-emptive strike) है, जिसे उन्होंने महीनों से तैयार किया था।
लक्ष्य: नतांज में मौजूद परमाणु संयंत्र, बैलिस्टिक मिसाइल ठिकाने, और प्रमुख वैज्ञानिक व कमांडर।
उन्होंने इसे इज़राइल की “नागरिका सुरक्षा और देश के अस्तित्व के लिए जरूरी कदम” बताया।
अमेरिकी समर्थन का जिक्र किया पर यूएस ने कहा हमले में उसका कोई भाग नहीं था।
तेहरान में धमकों की गूंज: इज़राइल के वायु हमलों ने परमाणु व सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया
इज़राइल का हमला: प्रमुख घटनाक्रम
हमले का दायरा:इज़राइली वायुसेना ने तेहरान, नतांज़, खोंदाब और खोर्रमाबाद सहित कई स्थानों पर हवाई हमले किए।नतांज़ का यूरेनियम संवर्धन केंद्र विशेष रूप से निशाने पर था।
प्रमुख हताहत:ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख हुसैन सलामी, सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, और परमाणु वैज्ञानिक फेरेयदून अब्बासी और मोहम्मद मेहदी तेहरांची इस हमले में मारे गए।
हमले का उद्देश्य:प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता को नष्ट करने और इज़राइल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया।
ईरान की प्रतिक्रिया
ड्रोन हमला:ईरान ने इज़राइल पर 100 से अधिक ड्रोन दागे, जिनमें से अधिकांश को इज़राइली रक्षा प्रणालियों ने नष्ट कर दिया।
ईरान का बयान:सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि इज़राइल को “कठोर और दर्दनाक” सजा भुगतनी होगी।
ईरान की आधिकारिक प्रतिक्रिया:
तर्कसंगत आत्म-रक्षा का अधिकार ईरान के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अनुच्छेद 51 को उद्धृत करते हुए कहा कि इज़राइल की ये “स्पष्ट आक्रमण” हैं और ईरान को “वैध और जायज़” आत्म-रक्षा का अधिकार है। मंत्रालय ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार ईरान को अपनी “पूरी ताक़त से” जवाब देने का पूरा हक़ है।
संयुक्त राष्ट्र में कदम उठाने की अपील बयान में UN सुरक्षा परिषद और महासचिव से आग्रह किया गया है कि वे इस “गंभीर अंतरराष्ट्रीय शांति भंग” की निंदा करें और तुरंत हस्तक्षेप करें, ताकि अंतरराष्ट्रीय कानून की रक्षा हो सके।
यूएस को जिम्मेदार ठहराया ईरान ने कहा कि अगर इज़राइल ने यूएस की सहायता से यह हमला किया है, तो संयुक्त राज्य अमेरिका को भी “जोखिम और परिणामों के लिए” जिम्मेदार माना जाएगा। इससे यह संकेत मिलता है कि ईरान ने इज़राइल के साथ-साथ दूसरे देशों को भी कटघरे में खड़ा किया है।
आध्यात्मिक और रणनीतिक चेतावनी:
अल्लामा आयतुल्ला अली खामेनेई ने इसे “एक अपराध” करार देते हुए चेतावनी दी कि इज़राइल को इसका “कड़वा और दर्दनाक अंजाम” भुगतना पड़ेगा।
ईरानी IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स) ने भी यह कहकर अपनी तैयारी जताई कि जवाबी कार्रवाई “और अधिक दर्दनाक और विध्वंसकारी” होगी, तथा उन्होंने पहले से लक्ष्यों की सूची तैयार कर रखी है।
पहलू
विवरण
आत्म-रक्षा का अधिकार
UN चार्टर अनुच्छेद 51 के तहत कोई पैलवान कार्रवाई वैध
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
UN सुरक्षा परिषद और महासचिव से तुरंत कदम उठाने की अपील
संयुक्त राज्य की भूमिका
अगर यूएस ने मदद की, तो उसे भी जिम्मेदार माना जाएगा
उत्तर की चेतावनी
इज़राइल को “कड़वा और दर्दनाक” जवाब देने की चेतावनी
ईरान ने स्पष्ट किया है कि यह हमला “सामूहिक हिंसा और राज्य संप्रभुता का उल्लंघन” है, और उसने जागतिक समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस हमले में किसी भी प्रकार की भागीदारी से इनकार किया और क्षेत्र में अपने बलों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी। हालांकि, ईरान ने अमेरिका को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया और गंभीर परिणामों की चेतावनी दी।
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेश ने मध्य-पूर्व में किसी भी सैन्य विस्तार की कड़ी निंदा की और दोनों पक्षों से “पूर्ण संयम” बरतने की अपील की है।
अमेरिका
विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्पष्ट कहा कि यूएस किसी हमले में शामिल नहीं था और “हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता अमेरिकी बलों की सुरक्षा” है।
वहीं, कुछ सांसदों ने इज़राइल का समर्थन किया, जबकि कुछ ने इसे “अत्यधिक जोखिमभरा” और “बेहिसाब” वृद्धि” बताया ।
ऑस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लकसन ने इसे “क्षेत्रीय अस्थिरता” बढ़ाने वाला कदम करार दिया, जहां वार्ता की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
जापान जापान ने अपने नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था और कूटनीतिक प्रयासों की घोषणा की और तटस्थ, शांतिपूर्ण समाधान की वकालत की।
ओमान ईरान व अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता की मेजबानी कर रहे ओमान ने इस हमले को “संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन” करार दिया और इसे “गंभीर, अविचलनीय और वैधानिक रूप से अविकसित” कहा ।
सऊदी अरब व इंडोनेशिया दोनों ने हमला निंदा की और इसे “अंतरराष्ट्रीय कानून का अपमान” बताया, साथ ही सैन्य व राजनयिक घिनौनी योजनाएं लेने के लिए चेतावनी जारी की।
अर्थव्यवस्था और बाज़ार प्रतिक्रिया
इस हमले ने वैश्विक तेल की कीमतों में लगभग 8–10% की छलांग लगाई, जिससे ऊर्जा बाजार में भी भारी अस्थिरता और निवेशक चिंताएं बढ़ीं।
विश्लेषक दृष्टिकोण (Atlantic Council आदि):
विशेषज्ञों ने यह माना कि इज़राइल ने पूर्व-खतरनाक (pre-emptive) हमला किया है और बुलंद चेतावनी दी कि ईरान या उसके प्रॉक्सी—जैसे हेज़बोल्लाह, हाउथी—और संयुक्त रूप से प्रतिक्रिया कर सकते हैं। उन्होंने इसे क्षेत्रीय स्थिरता को गहरा धमकी बताया ।
क्षेत्र
प्रतिक्रिया
यूएन
कड़ा विरोध, संयम की अपील
अमेरिका
हमले में भागीदारी नकारना, बलों सुरक्षा पर जोर
ऑस्ट्रेलिया–न्यूज़ीलैंड
तनाव बढ़ने की चेतावनी, वार्ता की वकालत
जापान
नागरिक सुरक्षा और शांतिपूर्ण मध्यस्थता
ओमान
अंतरराष्ट्रीय कानून उल्लंघन और निंदा
सऊदी–इंडोनेशिया
प्रबल निंदा, क्षेत्रीय शांति को खतरा
बाजार
तेल में 8–10% की तेजी, वैश्विक आर्थिक जोखिम
इस प्रकार, दुनिया व्यापक रूप से चिंतित है कि यह घटना केवल क्षेत्रीय संघर्ष को नहीं बल्कि वैश्विक स्थिरता और ऊर्जा बाज़ार को भी जटिल बना सकती है।
हवाई क्षेत्र बंद: ईरान, इराक, जॉर्डन और इज़राइल ने अपने हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिए हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर असर पड़ा है।
तेल की कीमतों में वृद्धि: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतों में 12% से अधिक की वृद्धि हुई है।
इस हमले के बाद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने चिंता व्यक्त की है कि यह संघर्ष व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में बदल सकता है, जिससे वैश्विक स्थिरता और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
इस विषय पर विस्तृत जानकारी के लिए आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:
संजय कपूर एक प्रमुख भारतीय उद्योगपति और बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति, का 12 जून 2025 को 53 वर्ष की आयु में इंग्लैंड में पोलो खेलते समय दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यह घटना उस समय हुई जब वह गार्ड्स पोलो क्लब में खेल रहे थे और अचानक मैदान पर गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
सोना कॉमस्टार के चेयरमैन, जो EV स्टार्टर्स, ट्रैक्शन मोटर्स, स्टार्टर्स/अल्टरनेटर सिस्टम बनाती है।
ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) के पूर्व अध्यक्ष और पिछले क़रीब CII उत्तर क्षेत्र (7 राज्य + UTs) के अध्यक्ष।
उन्होंने कंपनी को वैश्विक स्तर पर फैलाया – भारत, चीन, यूएस, मैक्सिको, सर्बिया में फैक्ट्रियां।
पोलो प्रेमी: ‘Sona Polo Team’ के संस्थापक और सक्रिय खिलाड़ी; खेल के दौरान जिंदगी बिताना उनकी पहचान था।
व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा
संजय कपूर का जन्म एक समृद्ध व्यवसायिक परिवार में हुआ था। उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की थी। वह सोना कॉमस्टार के चेयरमैन थे, जो एक प्रमुख ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी कंपनी है। इसके अलावा, उन्होंने ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ACMA) के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था।
वैवाहिक जीवन
संजय कपूर ने तीन शादियाँ की थीं।
पहली शादी: फैशन डिजाइनर नंदिता महतानी से (समय अवधि सार्वजनिक नहीं)।
दूसरी शादी: बॉलिवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर (2003–2016)। दो बच्चे: बेटी समायरा (2005), बेटा कियान (2011)।
तीसरी शादी: प्रिया सचदेव, पूर्व मॉडल व उद्यमी (2017), जिससे एक और बेटा। तलाक के बाद, उन्होंने 2017 में प्रिया सचदेव से शादी की, जिनसे उन्हें एक बेटा, अज़रियास, है।
तलाक के बाद भी उन्होंने बच्चों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा; करिश्मा और संजय को कई बार डिनर करते देखा गया।
निधन से पहले की पोस्ट
निधन से कुछ घंटे पहले, संजय कपूर ने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था:
12 जून को अहमदाबाद में Air India विमान दुर्घटना के बारे में X (सोशल मीडिया) पर पोस्ट किया:
“Terrible news of the tragic Air India crash in Ahmedabad. My thoughts and prayers are with all the families affected…”
यह उनकी अंतिम सार्वजनिक टिप्पणी साबित हुई। इस पोस्ट के कुछ घंटे बाद ही उनका निधन हो गया ।
संपत्ति और नागरिकता
नेट वर्थ: फोर्ब्स 2025 के अरबपतियों की सूची में शामिल; $1.1–1.18 बिलियन के बीच।
वसीयत: तीनों बच्चों और वर्तमान पत्नी के बीच संपत्ति विभाजित होने की संभावना; तलाक के दौरान करिश्मा को लिया गया समझौता लागू माना जाता है।
संजय कपूर एक समृद्ध व्यवसायी थे और अमेरिका के नागरिक भी थे। उनकी संपत्ति और नेट वर्थ को लेकर कई रिपोर्ट्स में उल्लेख किया गया है कि उन्होंने करिश्मा कपूर को तलाक के समय भारी एलिमनी दी थी।
उनकी अचानक मृत्यु ने उद्योग और फिल्म जगत दोनों में शोक की लहर दौड़ा दी है। परिवार, मित्र और प्रशंसक उन्हें एक समर्पित व्यवसायी, पिता और खेल प्रेमी के रूप में याद कर रहे हैं।
दिल्ली – मुंबई में बॉलीवुड जगत शोक में डूब गया; करीना कपूर, सैफ अली खान, मलाइका अरोड़ा सहित कई सितारे करिश्मा कपूर के घर गए और श्रद्धांजलि दी।
कंपनी और उद्योग जगत में भी गहरा आघात; CII और Sona Comstar ने सार्वजनिक शोक व्यक्त किया—Suhel Seth ने X पर लिखा,
“Deeply saddened at the passing of @sunjaykapur … Om Shanti.”
पॉलो खेलते समय अचानक हार्ट अटैक; एक रिपोर्ट के अनुसार, एक मधुमक्खी उनके मुंह में चली गई जिससे गला बंद हुआ और दर्द-शामिल हार्ट अटैक हुआ।
अस्पताल ले जाने के बावजूद उनका निधन हो गया।
संजय कपूर के जीवन और निधन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एक विमान हादसे में दुखद निधन हो गया। वह एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 से लंदन जा रहे थे, जो टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
The Chief Minister of Gujarat, Shri Vijay Rupani calling on the Vice President, Shri M. Venkaiah Naidu, in New Delhi on February 12, 2018.
विजय रमणिकलाल रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को म्यांमार के रंगून में हुआ था। उनके परिवार ने 1960 में राजनीतिक अस्थिरता के चलते राजकोट, गुजरात को अपना ठिकाना बनाया।
उन्होंने राजकोट के धर्मेन्द्रसिंहजी आर्ट्स कॉलेज से बी.ए. और सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से एलएल.बी. की पढ़ाई पूरी की । छात्र जीवन में वह ABVP और RSS से जुड़े और 1975–77 के इमरजेंसी के दौरान विरोध प्रदर्शन के चलते भुज तथा भावनगर की जेल में लगभग 11 महीने तक रहे। 1987 में राजकोट नगर निगम के पार्षद चुने जाने के बाद 1996–97 में वे राजकोट के मेयर बने। इसके बाद उन्होंने 2006–2012 तक राज्यसभा सांसद के रूप में कार्य किया और गुजरात टूरिज़्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन भी रहे; 2014 में विधायक चुने गए और आनंदीबेन पटेल मंत्रिमंडल में ट्रांसपोर्ट, लेबर व जलबोर्ड प्रदर्शन मंत्री बने ।
फरवरी 2016 में वे गुजरात भाजपा अध्यक्ष निर्वाचित हुए और 7 अगस्त 2016 को गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री बने, जो सितंबर 2021 तक इस पद पर रहे। उनका कार्यकाल “खुशबू गुजरात की” जैसे पर्यटन अभियान और कोविड‑19 के युग में राहत कार्यों के लिए संदर्भित किया जाता है । वे शांत, मिलनसार और पार्टी संगठन के प्रति समर्पित नेता माने जाते थे।
11 सितंबर 2021 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया और पार्टी संगठन में सक्रिय लौट गए। निजी जीवन में उनकी पत्नी अंजलि भाजपा महिला मोर्चा से जुड़ी हैं, और उनकी संतान हैं—बेटा रुषभ, बेटी राधिका और पूर्व में पुत्र पुजित, जिनकी स्मृति में उन्होंने पुजित रूपाणी मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना की। 12 जून 2025 को वे लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI‑171 के अहमदाबाद टेकऑफ़ के कुछ ही मिनटों बाद हुए विमान हादसे में दुखद रूप से वीरगति को प्राप्त हुए ।
राजनीतिक करियर: उन्होंने 1996 में राजकोट के मेयर के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 2006 में राज्यसभा सांसद बने और 2014 में राजकोट पश्चिम से विधायक चुने गए। 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे।
व्यक्तिगत जीवन: उनकी पत्नी अंजली रूपाणी भाजपा की महिला मोर्चा से जुड़ी हैं। उनके दो बच्चे हैं—बेटा ऋषभ और बेटी राधिका, जो लंदन में रहती हैं। उनका एक बेटा पूजित एक दुर्घटना में निधन हो गया था, जिसके नाम पर उन्होंने एक मेमोरियल ट्रस्ट भी स्थापित किया था।
हादसे से जुड़ी जानकारी
विमान हादसा: एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जिसमें 242 लोग सवार थे, टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 265 लोगों की मौत हुई, जिनमें विजय रूपाणी भी शामिल थे।
लकी नंबर 1206: विजय रूपाणी 1206 को अपना लकी नंबर मानते थे। उनकी गाड़ियों के नंबर भी 1206 थे। दुर्भाग्यवश, उनकी मृत्यु की तारीख भी 12-06 (12 जून) थी, जो उनके लिए अशुभ साबित हुई।
श्रद्धांजलि
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। स्मृति ईरानी ने उन्हें “हमारे परिवार का हिस्सा” बताते हुए श्रद्धांजलि दी।
12 जून 2025 को, एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ़ के कुछ ही क्षणों बाद मेघानीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे। विमान ने दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी और लगभग 33 सेकंड बाद एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल ब्लॉक से टकरा गया, जिससे विमान में आग लग गई और आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुँचा।
जीवित बचे यात्री की कहानी:
इस हादसे में 241 यात्रियों की मृत्यु हो गई, जबकि 28 लोग ज़मीन पर भी मारे गए, जिससे कुल मृतकों की संख्या 269 हो गई। केवल एक यात्री, 40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश, जीवित बचे। विश्वास कुमार रमेश, जो सीट 11A पर बैठे थे, चमत्कारिक रूप से दुर्घटना से बच गए।उन्होंने बताया कि टेकऑफ के 30 सेकंड बाद तेज आवाज हुई और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।जब वह उठे, तो चारों ओर लाशें बिखरी थीं।उन्होंने भागकर खुद को बचाया और अस्पताल में भर्ती हुए। उन्हें कई चोटें आईं, लेकिन उनकी हालत स्थिर बताई गई है।
मृत्यु संख्या:241 यात्री और कम से कम 28 जमीनी लोग; कुल 269 मौतें
एकमात्र जीवित यात्री:विश्वास कुमार रमेश, ब्रिटिश नागरिक
दुर्घटना का विवरण:
विमान ने टेकऑफ के तुरंत बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल को “Mayday” कॉल भेजी, जो आपात स्थिति का संकेत है।इसके कुछ ही सेकंड बाद विमान का संपर्क टूट गया और वह बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिर गया, जिससे इमारत में आग लग गई और कई लोग घायल हो गए।विमान ने केवल 625 फीट की ऊंचाई तक ही उड़ान भरी थी। विमान में लगभग 1,25,000 लीटर ईंधन था, जिससे दुर्घटना के बाद आग तेजी से फैली और बचाव कार्यों में कठिनाई आई।
12 जून 2025 को अहमदाबाद में B.J. मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स हॉस्टल में एक भीषण विमान दुर्घटना हुई, जब एयर इंडिया की लंदन-गैटविक जा रही फ्लाइट AI-171 (VT‑ANB, Boeing 787‑8) टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर स्थित हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई।इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से अधिकांश की मृत्यु हो गई, और जमीन पर भी कई लोगों की जान गई।
स्थिति (Location) विमान Meghani Nagar, Ahmedabad स्थित B.J. Medical College & Civil Hospital के हॉस्टल ब्लॉक में गिरा, जो रनवे 23 से लगभग 3 किमी दूर है।
इमारत का प्रकार यह इमारत मेडिकल‑स्टूडेंट्स के हॉस्टल और वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर्स के क्वार्टर का हिस्सा थी, जिसमें छात्र और डाक्टर रहते थे।
प्रभावित सेक्शन विमान का टेल सेक्शन (tail cone) हॉस्टल की मल्टी‑स्टोरी बिल्डिंग में अटक गया, जबकि फ्युज़लेज हॉस्टल के क्वार्टर और मेस पर गिरा ।
समय और फ्लाइट प्रोफ़ाइल AI‑171 ने 13:39 बजे IST (runway 23) से टेकऑफ किया। केवल लगभग 625 फीट की ऊँचाई पर एयर‑शिफ्ट हुई और उसी दौरान विमान हॉस्टल पर जा गिरा।
धराशायी हुआ दृश्य
आग की तीव्रता के कारण इमारत धू-धू कर जल उठी।
लगभग 60 छात्र और डॉक्टर्स घायल हुए; कई की मौत हो गई, जिसमें पांच MBBS स्टूडेंट्स और एक प्रसववती महिला भी शामिल थी।
बचाव कार्य NDRF, IAF, BSF, NSG, CISF, CRPF, स्थानीय दमकल बल और अस्पताल की टीमें मौके पर सक्रिय रहीं।
कई छात्र और डॉक्टर्स; कुल ग्राउंड फातलिटीज़ ≈ 28–35
इस विमान दुर्घटना ने B.J. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल को भारी नुकसान पहुंचाया—इमारत भयानक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई, जिसमें छात्रों और डॉक्टरों को भी नुकसान हुआ। आपराधिक जांच अभी चल रही है, जबकि राहत और पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं।
जांच और प्रतिक्रिया:
जांच एजेंसियां:भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) और ब्रिटेन की विमानन एजेंसियां जांच में सहयोग कर रही हैं।
एयर इंडिया:एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि दुर्घटना में 241 लोगों की मृत्यु हुई है और एक यात्री जीवित बचा है।
टाटा समूह:टाटा समूह ने मृतकों के परिवारों को ₹1 करोड़ का मुआवजा देने और घायलों के इलाज का खर्च उठाने की घोषणा की है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रभावितों की सहायता के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इसके अलावा, पीड़ितों के परिवारों की सहायता के लिए आपातकालीन केंद्र और सहायता टीमें सक्रिय की गई हैं।
गुजरात सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं।
यह दुर्घटना बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के इतिहास में पहली घातक दुर्घटना है और भारत में पिछले तीन दशकों की सबसे भीषण विमान दुर्घटना मानी जा रही है।
हेल्पलाइन नंबर:
एयर इंडिया: 1800 5691 444
नागरिक उड्डयन मंत्रालय: 011-24610843, 9650391859
अहमदाबाद पुलिस: 079-23251900
यह हादसा भारत के हालिया इतिहास में सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक है, जिसने मेडिकल समुदाय और पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया है। इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है और विमानन सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। जांच जारी है और विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। इस त्रासदी से प्रभावित सभी परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं।
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