पाकिस्तान के सेना प्रमुख Field Marshal Asim Munir ने हाल ही में भारत के प्रति कठोर रुख अपनाते हुए जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को “वैध संघर्ष” करार दिया है। 30 जून 2025 को कराची में पाकिस्तान नेवल अकादमी में एक समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को राजनीतिक, कूटनीतिक और नैतिक समर्थन देता रहेगा। उन्होंने भारत पर दो बार “अकारण आक्रामकता” का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी वृद्धि की जिम्मेदारी “आक्रामक पक्ष” पर होगी ।
Asim Munir को मई 2025 में पाकिस्तान के इतिहास में दूसरी बार फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया, जो कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद “Operation Bunyan-um-Marsoos” में उनकी नेतृत्व क्षमता के लिए था। यह पदोन्नति पाकिस्तान के प्रधानमंत्री Shehbaz Sharif द्वारा अनुमोदित की गई और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी “उत्कृष्ट सैन्य नेतृत्व” के रूप में मान्यता दी गई।
हालिया बयान और भारत के प्रति रुख
-
30 जून 2025 को कराची में पाकिस्तान नेवल अकादमी में एक समारोह के दौरान, Asim Munir ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को “वैध संघर्ष” करार दिया और कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को राजनीतिक, कूटनीतिक और नैतिक समर्थन देता रहेगा।
-
उन्होंने भारत पर दो बार “अकारण आक्रामकता” का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी संघर्ष की जिम्मेदारी “आक्रामक पक्ष” पर होगी।
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय भूमिका
-
भारत-पाक तनाव: 29–30 जून 2025 को Karachi में Pakistan Naval Academy में Asim Munir ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को “legitimate struggle” बताते हुए भारत पर हमला करने की चेतावनी दी
-
आंतरिक सुरक्षा: 28 जून 2025 को Peshawar में उन्हें सुरक्षा मुद्दों की जानकारी दी गई और वे Counter-terrorism ऑपरेशन से अवगत रहे
-
राजनयिक संपर्क: 30 जून 2025 को Iran के सैन्य प्रमुख ने इज़राइल और अमेरिकी संघर्ष में पाकिस्तान के समर्थन के लिए Munir का धन्यवाद किया
-
विदेश दौरा और रणनीति: जून 2025 में उन्होंने USA की पांच दिवसीय यात्रा की; चीन से J‑35 स्टील्थ जेट विमानों की खरीद संभावित; अमेरिका के साथ आर्थिक साझेदारी की संभावना
विवाद और आलोचना
-
सोशल मीडिया पर आलोचना: उन्होंने Field Marshal बनने के बाद कभी-कभार अक्षमता की आलोचना झेली; कुछ नेटिज़न ने उन्हें “failed marshal” कहकर ट्रोल किया
-
युद्ध की समीक्षा: कुछ विश्लेषकों के अनुसार पदोन्नति Operation Sindoor में अपेक्षित सफलता न मिलने पर की गई एक रणनीति भी थी
फील्ड मार्शल पदोन्नति और सैन्य उपलब्धियाँ
-
20 मई 2025 को पाकिस्तान सरकार ने Asim Munir को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया, जो देश के इतिहास में यह सम्मान पाने वाले दूसरे व्यक्ति हैं।
-
यह पदोन्नति “ऑपरेशन बुनयान-उल-मरसूस” में उनके नेतृत्व और भारत के साथ संघर्ष में पाकिस्तान की संप्रभुता की रक्षा के लिए दी गई।
-
Asim Munir पहले ऐसे Sword of Honour विजेता हैं जिन्हें फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया है।
अमेरिका के साथ संबंध
-
जून 2025 में Asim Munir ने अमेरिका का आधिकारिक दौरा किया, जहाँ उन्होंने राष्ट्रपति Donald Trump से मुलाकात की।
-
Munir ने राष्ट्रपति Trump को भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोकने में उनकी भूमिका के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया।
हाल ही में, Asim Munir ने अमेरिका का दौरा किया, जहां उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump से मुलाकात की और पाकिस्तान के खिलाफ भारत की कथित आक्रामकता पर चर्चा की। इस यात्रा ने भारत में चिंता पैदा की, क्योंकि यह अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संबंधों का संकेत देता है, विशेषकर ऐसे समय में जब क्षेत्रीय तनाव बढ़ रहा है ।
इन घटनाक्रमों से स्पष्ट है कि Asim Munir की नेतृत्व शैली आक्रामक और भारत के प्रति कठोर है, जो कि दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए एक चुनौती बन सकती है।