सबसे बड़े non-bank lender के रूप में उभरी HDB Financial Services की ₹12,500 करोड़ की IPO जो 2 जुलाई 2025 को NSE पर लिस्ट हुई, ने शुरुआती ट्रेडिंग में शानदार शुरुआत की। इसके लिस्टिंग प्राइस ₹740 था, जबकि स्टॉक ने 12.84% प्रीमियम पर ₹835 पर ओपन किया और दिन के उच्चतम ₹845.75 तक पहुंच गया। दिन के अंत में, शेयर NSE पर लगभग ₹840.25 पर स्थिर रहा, जो लगभग 13.55% की लाभदायक वृद्धि को दर्शाता है।
IPO को over-subscribed हुआ — कुल आवेदनों का 16-17 गुना — जिसमें QIBs ने 55 गुना और रिटेल ने लगभग 1.4 गुना सब्सक्रिप्शन दिखाया। HDFC Bank (₹10,000 करोड़ OFS) और HDB Financial Services (₹2,500 करोड़ नए स्टॉक्स) द्वारा मिलकर कुल ₹12,500 करोड़ जुटाए गए । Anchor निवेशकों जैसे BlackRock ने लगभग $321 मिलियन का निवेश किया।
जुलाई 2, 2025 को HDB Financial Services (HDBFS) के NSE पर IPO लिस्टिंग का सूचीबद्ध हुआ और इसकी शुरुआत बेहद प्रभावशाली रही:
- शेयरों की शुरुआत ₹740 की इश्यू प्राइस से हुई और लिस्टिंग के शुरुआती क्षणों में ही ₹835 तक पहुँचकर लगभग 13% बोनस के साथ उछल गया।
- दिन के अंत तक यह लगभग ₹840 पर बंद हुआ, जो इश्यू प्राइस से 13.55% ऊपर था, और कंपनी की Market Cap लगभग ₹69,758–72,412 करोड़ तक पहुंच गई।
- यह भारत में इस वर्ष का सबसे बड़ा IPO है, और गैर‑बैंक सलाहकार कंपनियों (NBFC) के क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा IPO भी माना गया ।
Institutional आकर्षण और Anchor निवेशक: Anchor निवेशकों जैसे BlackRock और LIC ने ₹3,369 करोड़ की हिस्सेदारी ली। Overall IPO के खिलाफ कुल Institutional bids $19 बिलियन से अधिक थीं indicative of strong investor interest।
IPO का आकार और सब्सक्रिप्शन: IPO का कुल आकार ₹12,500 करोड़ था – ₹2,500 करोड़ Fresh Issue और ₹10,000 करोड़ OFS। इसे लगभग 17× सब्सक्राइब किया गया, जिसमें QIBs ने 55× तक की हिस्सेदारी ली।
IPO की खास विशेषताएँ और परफॉर्मेंस
- IPO ₹700–740 के प्राइस बैंड पर था, जिसमें
- Fresh Issue ₹2,500 करोड़ और
- Offer‑for‑Sale (OFS) ₹10,000 करोड़ शामिल थे।
- पूरी IPO विंडो में सब्सक्रिप्शन लगभग 17×, जिसमें QIB ने 55× तक सब्सक्रिप्शन किया — यह Institutional निवेशकों का उच्च भरोसा दर्शाता है।
- Anchor निवेशकों (BlackRock, LIC सहित) ने ₹3,369 करोड़ ₹321 मिलियन की भागीदारी दिखाई।
- Grey Market में Listing Pop ≈ 11% की उम्मीद जताई जा रही थी।
कंपनी की पोज़िशनिंग और विश्लेषण
- HDB Financial Services ने मजबूत मूलभूत संकेत दिखाये—low NPAs (~1.9%), ₹1.08 लाख करोड़ की total assets, ₹2,175–2,460 करोड़ की वार्षिक profit, 19–20% ROE।
- यह IPO भारत में NBFC सेक्टर में चौथी सबसे बड़ी पेशकश थी।
- Emkay Global जैसी प्रमुख ब्रोकरेज ने Buy रेटिंग दी और जून 2026 तक ₹900 का टारगेट रखा। वहीँ Mehta Equities ने long-term hold की सलाह दी।
- कुछ विश्लेषकों ने इस लिस्टिंग को cautious वर rather than euphoric करार देते हुए इसे “steady compounder” बताया।
चिंताएँ और संभावित जोखिम
- FY25 की performance कुछ कमजोर रही — margins और asset quality पर analysts ने ध्यान दिया।
- RBI के draft circular के अनुसार, HDFC Bank को संभवतः 2 वर्षों में HDB Financial Services में अपनी हिस्सेदारी 20% से नीचे लेनी होगी, जिससे स्टॉक पर overhang का खतरा है।
HDB Financial Services का IPO प्रदर्शन बाज़ार में investor confidence का स्पष्ट संकेत है—13% से अधिक की शुरुआती लिस्टिंग और मजबूत institutional backing इसके उदाहरण हैं। हालांकि short‑term मार्केट वोलैटिलिटी और बैंक की हिस्सेदारी में संभावित बदलाव भविष्य में इसके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं। Long-term horizon (2–3 साल) वाले investors के लिए इसे फिलहाल मजबूत विकल्प माना जा रहा है।
शेयर की कुल Market Cap NSE पर लगभग ₹69,700–72,400 करोड़ सामने आई — इसे भारत की आठवीं सबसे बड़ी NBFC बना दिया गया।
विश्लेषकों (जैसे Emkay Global, Mehta Equities, Highbrow Securities) की राय है कि यह लिस्टिंग “strong fundamentals और HDFC parentage” पर आधारित है, और इसका मध्यम-दीर्घकालिक मूल्यांकन ₹900 तक लक्ष्यित है। QIB की बड़ी भागीदारी यह संकेत देती है।
Grey market premium (GMP) ने इन्तज़ार के संकेत दिए थे, लेकिन लिस्टिंग पर सुधारित रिटर्न (12–13%) के साथ यह प्रतिस्पर्धात्मक रहे।
प्रमुख बिंदु
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IPO रेंज: ₹700–740; फाइनल प्राइस: ₹740
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लिस्टिंग प्राइस (open): ₹835 (लगभग 12.8% ऊपर)
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हाई: ₹845.75; क्लोज: ~₹840.25
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प्रारंभिक Market Cap: ₹69.7–72.4 हज़ार करोड़
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सब्सक्रिप्शन: कुल ~17 गुना; QIBs ~55 गुना, रिटेल ~1.4 गुना
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Anchor निवेशक: BlackRock सहित $321M
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Analyst outlook: Hold for long-term, ₹900 तक लक्ष्य कीमत
वैश्विक और देशीय संदर्भ
इस लिस्टिंग ने भारत को 2025 में IPO बाज़ार में दूसरे स्थान पर बनाए रखा है, जहाँ अब तक ₹5.86 अरब जुटाए गए हैं। यह दृश्य संकेत करता है कि HDB Financial Services जैसी NBFCs के प्रति institutional investor विश्वास कोई मामूली नहीं है।
HDB Financial Services का IPO भारतीय बाजार में investor confidence का स्पष्ट संकेत है—13% से अधिक की प्रीमियम लिस्टिंग, मजबूत QIB सहभागिता, और ठोस मौलिक संकेत इसे खास बनाते हैं। हालांकि, Ovehang, बैंक की हिस्सेदारी के संभावित बदलाव और broader IPO trends जैसी चिंताएँ बनी हुई हैं।
यदि आपका निवेश horizon 2–3 साल से लम्बा है और आप NBFC sector में विश्वास रखते हैं, तो यह मजबूत विकल्प हो सकता है।
यह रहा HDB Financial Services (HDBFS) की आधिकारिक वेबसाइट:
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Website: hdbfs.com