Myanmar में सैन्य तानाशाही और प्रतिरोधी बलों के बीच रक्तरंजित संघर्ष: मानवाधिकारों का उल्लंघन और विनाश की ओर बढ़ता देश

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Myanmar में प्रतिरोधी बलों द्वारा ड्रोन हमलों का सिलसिला जारी है, जो सैन्य शासन के खिलाफ उनकी बढ़ती ताकत और तकनीकी दक्षता को दर्शाता है। हालांकि, हाल के महीनों में इन हमलों में कुछ गिरावट आई है, लेकिन प्रतिरोधी समूहों की रणनीति में निरंतरता बनी हुई है।

अप्रैल 2024 में, Myanmar की सैन्य सरकार ने दावा किया कि उसने राजधानी Naypyidaw में 13 ड्रोन को मार गिराया, जिनमें से चार में विस्फोटक थे। हालांकि, प्रतिरोधी समूहों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि उनके ड्रोन ने सैन्य मुख्यालय और हवाई अड्डे को निशाना बनाया। इस हमले में कोई हताहत या संपत्ति की क्षति की सूचना नहीं मिली।

हालांकि, प्रतिरोधी बलों को अब ड्रोन संचालन में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। विश्लेषकों के अनुसार, सैन्य शासन ने अपने ड्रोन में इन्फ्रारेड कैमरे जैसे उन्नत उपकरण जोड़े हैं, जिससे उनकी सटीकता और प्रभावशीलता में वृद्धि हुई है। साथ ही, सैन्य ने शक्तिशाली जामर तैनात किए हैं, जो प्रतिरोधी समूहों के ड्रोन संचालन को प्रभावित कर रहे हैं।

म्यानमार में सैन्य शासन और प्रतिरोधी बलों के बीच संघर्ष 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद से तीव्र हो गया है। सैन्य शासन ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को उखाड़ फेंका, जिसके परिणामस्वरूप देशभर में व्यापक विरोध और सशस्त्र संघर्ष शुरू हो गया। इस संघर्ष में विभिन्न जातीय सशस्त्र समूहों ने भाग लिया है, जो लोकतंत्र, संघीयता और अल्पसंख्यक अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं।

सैन्य शासन (Tatmadaw)

म्यानमार की सेना, जिसे “Tatmadaw” कहा जाता है, 1962 से देश में सत्ता में रही है। 2021 में तख्तापलट के बाद से यह सैन्य शासन ने सत्ता पर कब्जा कर लिया और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को उखाड़ फेंका। सैन्य शासन ने विरोध प्रदर्शनों को कुचलने के लिए बल प्रयोग किया है और कई क्षेत्रों में हवाई हमलों और जमीनी हमलों के माध्यम से प्रतिरोधी बलों को दबाने की कोशिश की है। हालांकि, इन प्रयासों के बावजूद, प्रतिरोधी बलों ने कई क्षेत्रों में सैन्य शासन के खिलाफ संघर्ष जारी रखा है।

प्रतिरोधी बलों के प्रमुख संगठन

  1. People’s Defence Force (PDF): यह संगठन राष्ट्रीय एकता सरकार (NUG) का सशस्त्र विंग है, जिसे 2021 में गठित किया गया था। PDF ने देशभर में सैन्य शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ा है और विभिन्न जातीय सशस्त्र समूहों के साथ गठजोड़ किया है।Wikipedia

  2. Three Brotherhood Alliance: यह गठबंधन तीन प्रमुख जातीय सशस्त्र समूहों – Arakan Army, Myanmar National Democratic Alliance Army, और Ta’ang National Liberation Army – का है। इस गठबंधन ने 2023 में Operation 1027 के तहत सैन्य ठिकानों पर हमले किए और कई क्षेत्रों में सैन्य शासन के खिलाफ सफलताएँ प्राप्त कीं।

  3. Kachin Independence Army (KIA): KIA कचिन राज्य में सक्रिय है और सैन्य शासन के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। इसने Bhamo जैसे रणनीतिक क्षेत्रों पर कब्जा किया है, जो भारी दुर्लभ पृथ्वी तत्वों के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण हैं।

  4. Karen National Army (KNA): KNA कयिन राज्य में सक्रिय है और पहले Karen Border Guard Force के रूप में कार्यरत था। 2024 में इसने सैन्य शासन से अलग होकर Karen National Army के रूप में पुनर्गठन किया।

  5. Karenni Nationalities Defence Force (KNDF): KNDF कयाह राज्य में सक्रिय है और लोकतंत्र, संघीयता और अल्पसंख्यक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है। इसने कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है।

  6. Chinland Defense Force (CDF): CDF चिन राज्य में सक्रिय है और सैन्य शासन के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। इसने Mindat और Thantlang जैसे क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं।Wikipedia

संघर्ष की स्थिति

2025 तक, प्रतिरोधी बलों ने म्यानमार के अधिकांश सीमावर्ती क्षेत्रों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। सैन्य शासन ने इन क्षेत्रों में हवाई हमलों और जमीनी हमलों के माध्यम से प्रतिरोधी बलों को दबाने की कोशिश की है, लेकिन प्रतिरोधी बलों की रणनीतिक दक्षता और स्थानीय समर्थन ने उन्हें मजबूती प्रदान की है।

हालांकि, संघर्ष के कारण मानवीय संकट गहरा गया है। हजारों लोग विस्थापित हुए हैं, और नागरिकों की सुरक्षा एक प्रमुख चिंता का विषय बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस संघर्ष को लेकर चिंता व्यक्त की है और शांति की बहाली के लिए प्रयासरत है।

कुल मिलाकर, म्यानमार में सैन्य शासन और प्रतिरोधी बलों के बीच संघर्ष देश की राजनीतिक और सामाजिक संरचना को प्रभावित कर रहा है। यह संघर्ष लोकतंत्र, संघीयता और मानवाधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा बन गया है।

इन चुनौतियों के बावजूद, प्रतिरोधी समूहों ने ड्रोन तकनीक का उपयोग करके सैन्य ठिकानों पर हमले जारी रखे हैं। उदाहरण के लिए, Kachin Independence Army (KIA) ने Kachin राज्य में एक सैन्य हेलीकॉप्टर को मार गिराया, और People’s Defence Force (PDF) ने Naypyidaw में सैन्य मुख्यालय और हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले किए। इन हमलों ने सैन्य शासन की स्थिति को कमजोर किया है और प्रतिरोधी समूहों की क्षमता को प्रदर्शित किया है।

कुल मिलाकर, म्यानमार में ड्रोन युद्ध एक महत्वपूर्ण आयाम बन गया है, जो सैन्य शासन और प्रतिरोधी बलों के बीच संघर्ष की दिशा को प्रभावित कर रहा है। हालांकि प्रतिरोधी समूहों को तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनकी रणनीतिक दक्षता और साहसिकता उन्हें इस संघर्ष में एक मजबूत खिलाड़ी बनाए रखती है।

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