पंचायत सीजन 4 अब 24 June 2025 की आधी रात से Amazon Prime Video पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। शुरुआत में इसे 2 July पर रिलीज़ करने की योजना थी, लेकिन निर्माता “Fan Voting” अभियान और दर्शकों की उत्सुकता को देखते हुए इसे पहले कर दिया गया। इस सीजन का सारा ध्यान फुलेरा गांव में हो रही पंचायत चुनाव लड़ाई पर है – जहाँ Manju Devi और Kranti Devi के बीच कड़े मुकाबले में राजनीति और भावनाओं की धार तेज होती है।
मुख्य कलाकार वही पसंदीदा लोग हैं: Jitendra Kumar (Abhishek Tripathi ‘Sachiv ji’), Neena Gupta (Manju Devi), Raghubir Yadav (Brij Bhushan Dubey ‘Pradhan ji’), Faisal Malik, Chandan Roy, Sanvikaa, Sunita Rajwar (Kranti Devi), Pankaj Jha, Durgesh Kumar और Ashok Pathak। यह पूरा सीजन टीवीएफ (The Viral Fever) द्वारा निर्मित है, Chandan Kumar लिखित और Deepak Kumar Mishra तथा Akshat Vijaywargiya के निर्देशन में।
कुल 8 एपिसोड हैं – “Case‑Mukadma”, “Zakhm”, “Vachan”, “Shakti Pradarshan”, “Ashirvaad”, “Sanjeevani”, “Dramabaaz” और “Dabdaba” – प्रत्येक की अवधि लगभग 31–46 मिनट। एपिसोड श्रृंखला की शुरुआत Abhishek के पुलिस मामले से होती है (Ep.1), उसके बाद Manju Devi की चुनावी रैलियाँ, Kranti Devi की रणनीति, और चुनावों से पहले की मुश्किल तैयारी पर केन्द्रित रहती है।
कहानी और विषय:
सीज़न 4 की कहानी पंचायत चुनावों के इर्द-गिर्द घूमती है, जहाँ Manju Devi और Kranti Devi के बीच कड़ा मुकाबला होता है। पिछले सीज़न में Pradhan Ji की गोली लगने और Sachiv Ji की गिरफ्तारी के बाद, इस सीज़न में राजनीतिक तनाव और व्यक्तिगत संघर्ष और गहराते हैं। Abhishek Tripathi को अपने करियर, रिश्तों और गाँव की राजनीति के बीच संतुलन बनाना पड़ता है।
- फुलेरा पंचायत में चुनाव के माध्यम से राजनीति की राजनैतिक चतुराई, निजी भावनाएँ और ग्रामीण जीवन की कठिनाइयाँ दिखाई गई हैं।
- Abhishek (Sachiv ji) के लिए यह समय कैरियर, परीक्षा (CAT) और गांव की प्रशासनिक चुनौतियों में संतुलन बनाने का है।
- पूर्व के हल्के-फुल्के हास्य से इस बार राजनीतिक ड्रामा और भावनात्मक तनाव बढ़ गया है ।
दर्शकों की प्रतिक्रियाएँ:
- कुछ लोग सीजन 4 को “भावनात्मक और तीखा” करार दे रहे हैं, खासकर Manju Devi vs Kranti Devi की भिड़ंत को लेकर।
- वहीं कई दृष्टिकोण से तुलना करने पर, इस बार हास्य की बजाय राजनीति और ड्रामा ने ज़ोर पकड़ा है, जिससे धीमी गति और कहानी की बिखरन की आलोचना भी सामने आई है ।
- सोशल मीडिया पर कुछ प्रतिक्रियाएँ हैं:
“This time Phulera feels more politics than comedy… My rating is 3.5/5. Panchayat 5 will be more fun.”
“Better than season 3. More drama, some progress on Sachiv and Rinki’s love story and unexpected twists.”
निर्देशक की योजना और आगे की दिशा:
- सीजन 4 की पटकथा और फिनिशलाइन में आगे बढ़ने की योजना स्पष्ट है—इस बार कहानी का ताना-बाना चुनाव, बदलाव और भविष्य की संभावनाओं पर घूमता है।
- फिनाले में कई खुली धारणाएं छोड़ दी गई हैं, और ऐसा मालूम होता है कि Sachiv ji के भविष्य के संघर्ष और संभवतः Panchayat 5 की तैयारी की दिशा में कदम उठाए गए हैं।
हालांकि सीरीज़ की सादगी और ग्रामीण जीवन की प्रस्तुति को सराहा गया है, लेकिन कुछ समीक्षकों ने इसकी धीमी गति और हास्य की कमी की ओर इशारा किया है। फिर भी, पात्रों की गहराई और सामाजिक मुद्दों की प्रस्तुति ने दर्शकों को प्रभावित किया है।
इस पूरे विवरण से स्पष्ट है कि पंचायत सीजन 4 मानवीय संवेदनाओं के साथ-साथ राजनीतिक अंतर्दौलन को प्रमुखता देकर आया है। अगर आप ग्रामीण राजनीति, प्रशासन और भावनात्मक संबंधों की गहराई देखना पसंद करते हैं, तो यह सीजन आपके लिए बनाया गया है।
‘Panchayat‘ का चौथा सीज़न ग्रामीण भारत की राजनीति, सामाजिक संरचना और मानवीय संबंधों की जटिलताओं को हास्य और संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करता है। यदि आप ग्रामीण जीवन की सादगी और राजनीति के बीच मानवीय कहानियों को पसंद करते हैं, तो यह सीज़न आपके लिए अवश्य देखने योग्य है।