Sensex‑Nifty में मजबूती की लहर: तेजी का दौर शुरू!

Sensex‑Nifty

भारतीय शेयर बाजार ने 11 जुलाई 2025 को जोरदार गिरावट दर्ज की, Sensex दिन के अंत तक करीब 82,500.47 अंक पर बंद हुआ, जो कि पिछले बंद (83,190.28) की तुलना में लगभग 690 अंक यानी 0.83% की गिरावट है। इसी दिन Nifty 50 भी लगभग 25,149.85 अंक पर बंद हुआ, जो कि 205 अंक या 0.81% नीचे है। इस गिरावट के कारण घरेलू इक्विटी मार्केट की कुल मार्केट कैप लगभग ₹3 लाख करोड़ कम होकर ₹456.5 लाख करोड़ रह गई थी।

इस गिरावट के मुख्य कारण थे:

  • Tata Consultancy Services (TCS) के Q1 FY26 के नतीजे उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, जिससे IT सेक्टर में दबाव आया, और Nifty IT इंडेक्स में लगभग 1.8% की गिरावट देखने को मिली।
  • अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump द्वारा कनाडा पर नए आयात शुल्क लगाने की घोषणा से वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ा, जिससे विदेशी निवेश धारणा धीमी हुई ।
  • अन्य सेक्टर्स जैसे ऑटो, रियल्टी, मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरैबल्स और ऑयल & गैस में भी 1–1.8% की कमजोरी दिखी, जबकि फार्मा और FMCG सेक्टर्स में मामूली तेज़ी रही ।

तकनीकी स्तर और विशेषज्ञ राय:

  • Nifty का तकनीकी सपोर्ट जोन अब 25,250–25,200 अंक है, और सबसे धीमा सपोर्ट 25,095–25,090 के आसपास स्थित है

  • Resistance की पहली सीमा 25,400–25,550 के बीच होने की उम्मीद है

  • कुछ तकनीकी विश्लेषकों ने Bearish Harami पैटर्न की पहचान की है, जो अल्पकालिक कमजोरी की ओर संकेत करता है

  • विपरीत रूप से, momentum संकेतकों की स्थिति “oversold” है, जो ऊपर की ओर फ्लैश हो सकता है

  • अगले सप्ताह बाज़ार में “संघनित” या “correction” रेंज देखने को मिल सकती है; हालांकि, कुछ विशेषज्ञ 26,000 के पार बुलिश ट्रेंड की भी संभावनाएं जता रहे हैं

प्रमुख सेक्टर्स और स्टॉक्स:

  • IT सेक्टर में कमजोरी जारी रही, TCS, Infosys जैसे शेयरों में गिरावट देखी गई

  • FMCG (जैसे HUL) और Pharma सेक्टरों में बाज़ार की गिरावट के बावजूद मजबूती दिखी

  • Axis Bank ने 0.79% की बढ़त दर्ज की, जबकि SBI, ICICI और Yes Bank में विविध प्रदर्शन रहा ।

  • Tata Steel में भी कमजोरी देखी गई, जबकि कुछ मेटल और अन्य काउंटरों में मजबूती रही ।

भविष्य की संभावनाएँ:

  • सीमित रेंज ट्रेडिंग जारी रहने की संभावना है, विशेषकर 25,000–25,500 के बीच ।

  • FIIs (विदेशी निवेशक) की सावधानी बरतने की स्थिति बनी हुई है, जबकि घरेलू खुदरा निवेशक (Retail) अपेक्षाकृत अधिक आशावादी दिख रहे हैं ।

  • Brokerages का अनुमान है कि Nifty जल्द ही 26,000–26,200 के स्तर को छू सकता है, बशर्ते ग्लोबल ट्रिगर्स और राजकोषीय संकेतक तुरंत सहयोग दें ।

  • मौसम और वैश्विक घटनाएँ जैसे अमेरिकी टैरिफ, रूस पर संभावित प्रतिबंध, तेल की कीमतें—ये सभी बाज़ार को प्रभावित कर सकते हैं ।

सेक्सी मोर्चे पर अहम कंपनियों की स्थिति:

  • HUL (Hindustan Unilever Limited) ने Priya Nair को MD & CEO नियुक्ति की खबर के बाद 5% से अधिक बढ़त दिखाई।
  • IREDA का Q1 मुनाफा घटकर ₹247 करोड़ रहा, जिससे इसकी शेयर कीमत में लगभग 6% की गिरावट आई।
  • Maruti Suzuki, Wipro, ITC, और Asian Paints जैसी कंपनियों ने बाज़ार में औसत या उससे बेहतर प्रदर्शन किया; ITC हल्की तेजी के साथ बंद हुआ।

तकनीकी दृष्टिकोण:
Sensex ने करीब 82,442 अंक का दिन का निचला स्तर छुआ और Nifty 50 25,129 तक गया। तकनीकी विश्लेषण से संकेत मिलता है कि 25,090–24,900 के स्तर पर Nifty को मजबूत सपोर्ट मिल सकता है; स्तर 25,150–25,160 से ऊपर एक रैली की उम्मीद है।

यह गिरावट मुख्य रूप से TCS के कमजोर Q1 नतीजों, वैश्विक व्यापार तनाव (यूएस-Canada टैरिफ्स), और व्यापक सेक्टरल कमजोरी के कारण हुई। हालांकि, HUL तथा अन्य कुछ चयनित कंपनियों ने मजबूती दिखाई, जो दर्शाता है कि कोर सेक्टरों में अभी भी अवसर मौजूद हैं।

अभी बाजार एक नज़र किनारे खड़ा हुआ प्रतीत होता है। अल्पकालिक दबाव जारी है, लेकिन तकनीकी संकेत ‘oversold’ होने की वजह से संभावना है कि अगले सप्ताह रिकवरी दिखाई दे सकती है

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