Tesla ने 15 जुलाई 2025 को मुंबई के Bandra-Kurla Complex (BKC), Maker Maxity Mall में अपना पहला Tesla Experience Centre (showroom) खोला, जो देश में कंपनी की प्रतीक्षित एंट्री का प्रतीक है । इस लॉन्च के साथ ही Model Y की बुकिंग शुरू हो गई और इससे Q3 2025 में डिलीवरी की संभावनाएं बन रही हैं। भारत में अब दो वेरिएंट उपलब्ध हैं: Model Y Rear‑Wheel Drive की कीमत लगभग ₹59.89 लाख (≈ $69,700) और Model Y Long Range RWD की कीमत ₹67.89 लाख (≈ $78,994) तक है, जो विक्रय मूल्य में 70% आयात कर कटौती शामिल होने के बाद है।
Tesla ने भारत में V4 Superchargers नेटवर्क को भी त्वरित रूप से जारी करने की योजना बनाई है, जिसमें दिल्ली में 4 चार्जिंग स्टेशन (16 सुपरचार्जर) और मुंबई-आसपास अन्य 8 लोकेशन्स शामिल हैं, जो ग्राहकों को उच्च रेंज और तेज चार्जिंग सुविधा प्रदान करेगा । इसके अलावा, दिल्ली और गुरुग्राम में जल्द ही बुकिंग शुरू करने की भी जानकारी दी गई है।
हालांकि, ये सभी कदम उच्च कीमतों के कारण फिलहाल एक सीमित प्रीमियम सेगमेंट को ही लक्षित करते हैं और अधिकांश भारतीय खरीदारों के लिए Tesla की कारें अभी भी दूर की कौड़ी हैं । कंपनी ने तुरंत भारत में लोक उत्पादन की योजना नहीं बनाई है, लेकिन सरकार द्वारा 70% से 15% तक आयात कर में कटौती की पेशकश ने Tesla को अतिरिक्त रणनीतिक विकल्प दिया है—यदि कंपनी ₹500 मिलियन निवेश और तीन वर्षों में स्थानीय उत्पादन की प्रतिबद्धता देती है तो।
Tesla की भारत एंट्री से देश के EV मार्केट में प्रतिस्पर्धा तेज होगी, खासकर Tata Harrier EV, Mahindra BE 6e, Hyundai Ioniq 5, Kia EV6, BMW iX1, Mercedes EQA जैसे ब्रांडों के साथ । यह एंट्री भारतीय EV इकोसिस्टम को चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और उच्च-तकनीक विकल्पों के लिए प्रेरित कर सकती है।
जल्द ही टेस्ला V4 Superchargers नेटवर्क की स्थापना भी शुरू करने जा रही है, जिसमें मुंबई और दिल्ली में फास्ट चैजिंग स्टेशनों का निर्माण शामिल है, ताकि ग्राहकों को रेंज और चार्जिंग सुविधा में सुविधा मिल सके।
डिलीवरी की शुरुआत Q3 2025, यानी अगस्त‑सितंबर 2025 में हो सकती है, और फिलहाल ये सभी गाड़ियाँ चीन (Shanghai) से इम्पोर्ट की जा रही हैं क्योंकि Tesla ने अभी तक भारत में किसी उत्पादन सुविधा की घोषणा नहीं की है । भारत सरकार ने कंपनी को 70% आयात शुल्क से 15% तक कम करने का प्रस्ताव दिया है, बशर्ते Tesla $500 मिलियन का निवेश कर स्थानीय उत्पादन की शुरुआत करे – वर्तमान में यह वार्ता जारी है। Tesla की यह रणनीति मुख्य रूप से premium luxury segment को लक्षित करती है, जहां यह BMW, Mercedes-Benz, Kia जैसे ब्रांडों से मुकाबला करेगी, और Tata या Mahindra से दूर रहेगी।
इस पूरे प्रयास से भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) का चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा और तकनीकी उपभोक्ता वर्ग को नए हाई‑टेक विकल्प मिलेंगे। लेकिन वर्तमान में उच्च कीमतों और आयात शुल्कों के कारण Tesla केवल प्रीमियम ग्राहक आधार तक सीमित रह सकती है, और इसका विस्तृत विस्तार स्थानीय उत्पादन और कर सुधारों पर निर्भर करेगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि Tesla ने भारत में अपने पहले शोरूम के लिए “सही शहर और सही राज्य” का चयन किया है। उन्होंने मुंबई को “innovation and sustainability” का प्रतीक मानते हुए बताया कि जब उन्होंने वर्ष 2015 में अमेरिका में पहली बार Tesla का अनुभव किया था, तब ही उन्हें लगा था कि भारत को ऐसी mobility की आवश्यकता है — और वह समय अब आ गया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र सरकार की EV नीति को देश की सबसे प्रगतिशील बताते हुए Tesla को “Make in Maharashtra” के लिए आमंत्रित किया, साथ ही कहा कि राज्य Tesla के साथ अपने भविष्य की साझेदारी को लेकर प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि Tesla केवल एक कार कंपनी नहीं है, बल्कि यह design, innovation और sustainability का प्रतिमान है — यही वजह है कि Tesla को वैश्विक स्तर पर इतना पसंद किया जाता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि Tesla मुंबई में चार charging stations (Lower Parel, BKC, Thane, Navi Mumbai) स्थापित कर रहा है, और साथ ही logistics, servicing unit के रूप में यह Experience Centre भी काम करेगा।
Tesla की रणनीति भारत में एक “premium‑import + charging infrastructure build‑out” मॉडल पर आधारित है। यह कदम निश्चित रूप से चार्जिंग नेटवर्क और हाई‑टेक EV ब्रांडिंग को बढ़ावा देगा, लेकिन स्थानीय उत्पादन और कर सुधारों के बिना कीमतें उच्च बनी रहेंगी। भविष्य में Tesla की विस्तार योजना भारतीय सरकार की पॉलिसी बदलाव और Import पर उत्पादन की प्रतिबद्धता पर निर्भर करेगी।जो भविष्य में स्थानीय उत्पादन और कर सुधारों पर निर्भर करके बदल सकती है।