भारत में 1 जुलाई 2025 को सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट बनी हुई है। आज 24 कैरेट सोना ₹9,725 प्रति ग्राम और 22 कैरेट ₹8,914 प्रति ग्राम पर ट्रेड कर रहा है, जो कल के मुकाबले लगभग ₹1 प्रति ग्राम की मामूली गिरावट को दर्शाता है। दिल्ली में 24 कैरेट का भाव ₹9,740 और 22 कैरेट ₹8,929 प्रति ग्राम रिकॉर्ड किया गया है। MCX (Multi Commodity Exchange) पर अगस्त 2025 की एक्सपायरी के साथ सोना ₹96,111 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जिसमें भी एक हल्की बढ़त देखी गई है।
विश्लेषण बताते हैं कि सोने की कीमतें एक महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुकी हैं, लेकिन फिलहाल नीचे जाने की संभावनाओं में कुछ मर्यादा (cushion) बनी हुई है। वहीं, कुछ सलाहकार सुझाव दे रहे हैं कि ₹93,000 के स्तर पर सोना बेचना बेहतर रहेगा क्योंकि बाजार में कमजोरी बनी हुई है। साथ ही, आने वाले अमेरिकी आर्थिक डेटा (जैसे मुद्रास्फीति और रोजगार रिपोर्ट) की राह देखते हुए कीमतों पर दबाव जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
आज के सोने की कीमतें – भारत(प्रति ग्राम)
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24 कैरेट: ₹9,740
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22 कैरेट: ₹8,929
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18 कैरेट: ₹7,306
भारत (औसत, 10 ग्राम पर आधारित)
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24 कैरेट: ₹95,890
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22 कैरेट: ₹87,830
| शहर | 24 कैरेट (₹/ग्राम) | 22 कैरेट (₹/ग्राम) | 18 कैरेट (₹/ग्राम) |
|---|---|---|---|
| दिल्ली | 9,740 ↓ (−1) | 8,929 ↓ (−1) | 7,306 ↓ (−1) |
| मुंबई | 9,725 ↓ (−1) | 8,914 ↓ (−1) | 7,293 ↓ (−1) |
| कोलकाता | ~9,551 | ~8,755 | ~7,163 |
| चेन्नई | 9,551 | 8,755 | 7,210 |
| हैदराबाद | 9,551 | 8,755 | 7,163 |
| बैंगलोर | 9,551 | 8,755 | 7,163 |
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अधिकांश शहरों में कल की तुलना में सोने की कीमतों में हल्की गिरावट (₹1 प्रति ग्राम) देखी गई।
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दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹9,740/ग्राम पर है, वहीं मुंबई ₹9,725/ग्राम पर—यहां भी ₹1 पीछे है।
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कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलोर का रेट लगभग ₹95,510–9,551 के बीच स्थिर है।
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कीमतों में हाल की गिरावट अल्पावधि के लिए खरीदी का उपयुक्त समय प्रदान कर सकती है।
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हालांकि, वैश्विक और घरेलू मार्केट के संकेतों के आधार पर भविष्य में कीमतों में उतार-चढ़ाव की संभावनाएँ बनी होंगी.
स्थानीय और वैश्विक कारकों को ध्यान में रखते हुए, यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि:
- शॉर्ट‑टर्म: कीमतें ₹93,000–₹96,500 के बीच स्थिर रह सकती हैं, और अगर अमेरिकी डेटा मजबूत निकलता है तो थोड़ी और गिरावट संभव है।
- मध्यम अवधि: भू‑राजनीतिक तनाव पुनः उभरते हैं या मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो सोने की कीमत ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
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जून के अंत तक 24 कैरेट सोने ने ₹10,075 से गिरकर ₹9,740 प्रति ग्राम हो गया—लगभग ₹335 की गिरावट
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जून में कुल गिरावट 24 कैरट पर ₹34,900 प्रति सौ ग्राम तक दर्ज की गई
बाजार विश्लेषण और प्रवृत्तियाँ
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गतास्थ स्थिति
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जून में वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों में कमी और इज़रायल–ईरान में संघर्ष से शांति की उम्मीदों के बीच सोने की कीमतें निरंतर गिरावट का रुख ले गई।
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विश्लेषकों ने सुझाव दिया है कि बीच की कीमतें ₹93,800 से ₹98,200 प्रति 10 ग्राम तक सीमित रहे सकती हैं।
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बेचने की सलाह
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ईटी मार्केट विश्लेषण में बताया गया कि बुलियन (सोना और चांदी) में कमजोर संकेतों के कारण सोने को ₹93,000 पर बेचना बेहतर विकल्प है, क्योंकि बाजार में और गिरावट की आशंका बनी हुई है ।
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भविष्य की धारणा
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Quant Mutual Funds की रिपोर्ट में कहा गया है कि आगामी दो महीनों में सोने की कीमतों में लगभग 15% तक गिरावट आ सकती है, इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण
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भू‑राजनीतिक घटनाएँ जैसे युद्ध, संघर्ष, और शांतिशील समझौते।
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वैश्विक आर्थिक संकेत, जैसे मुद्रास्फीति, ब्याज दरों में बदलाव।
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डॉलर-सुबहार: डॉलर की मजबूती से सोने की कीमतें नीचे जा सकती हैं।
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स्थानीय मांग भारत में त्योहार और विवाह के मौकों पर मांग बढ़ जाती है।
निवेश के लिए सुझाव
| पहलू | सुझाव |
|---|---|
| यदि आप अल्पकालिक निवेशक हैं | वर्तमान गिरावट की स्थिति में, आदेश दें केवल तभी जब कीमतें ₹93,000–₹94,000 के पास पहुँचें, क्योंकि और गिरावट की गुंजाइश है। |
| दीर्घकालिक रणनीति | अगर आपका मकसद पोर्टफोलियो में विविधता लाना है, तो गिरती कीमतों का फायदा उठाकर खरीदारी करना समझदारी हो सकता है। Quant फ़ंड्स की रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य में नीचे की ओर जोखिम है—इसलिए चरणबद्ध खरीदें। |
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आज (1 जुलाई) 24 कैरेट सोना दिल्ली में ₹9,740/ग्राम पर है, पूरे भारत में 10 ग्राम ₹95,890; यूपी में ₹97,603; पटना में ₹98,205।
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जून में भारी गिरावट, विश्लेषक सलाह दे रहे हैं ₹93,000-94,000 पर बेचने की, और Quant रिपोर्टिंग कहती है कि अगले 2 महीनों में ~15% गिरावट संभव है।
विशेषज्ञों की राय में, फिलहाल सोना बेचकर पोर्टफोलियो को बेहतरीन तरीके से प्रबंधित किया जा सकता है, खासकर जब बाजार एकतरफा नीचे की ओर हो और अमेरिकी आर्थिक संकेतकों पर अनिश्चितता बनी हो।