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ब्लैक फ्राइडे 13 जूनः मध्य-पूर्व तनाव के बीच सेंसेक्स 1,100+ अंक गोता, निफ्टी 24,500 से नीचे

आज, 13 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिसे “ब्लैक फ्राइडे” कहा जा रहा है। बीएसई सेंसेक्स 1,264 अंक गिरकर 80,427.81 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 में 415 अंकों की गिरावट के साथ यह 24,473.25 पर पहुंच गया।

इस गिरावट का मुख्य कारण इज़राइल द्वारा ईरान पर किए गए हवाई हमले और अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना है, जिसमें 241 लोगों की मृत्यु हुई। इन घटनाओं के चलते निवेशकों की संपत्ति में ₹7 लाख करोड़ से अधिक की कमी आई है। तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण ONGC और ऑयल इंडिया के शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि अन्य अधिकांश सेक्टरों में गिरावट रही। विशेषज्ञों के अनुसार, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के चलते बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।

शेयर बाजार अपडेट: 13 जून 2025

आज भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिसे ‘ब्लैक फ्राइडे’ कहा जा रहा है।

  • सेंसेक्स: 1,264 अंक गिरकर 80,427.81 पर खुला।

  • निफ्टी 50: 415 अंक गिरकर 24,473.00 पर खुला।

  • निवेशकों का नुकसान: सिर्फ 10 सेकंड में ₹7 लाख करोड़ की पूंजी डूब गई।

प्रभावित सेक्टर्स:

  • नकारात्मक प्रदर्शन: मेटल, ऑयल एंड गैस, फार्मा, ऑटो, पीएसयू बैंक, आईटी सेक्टर में गिरावट देखी गई।

  • सकारात्मक प्रदर्शन: रक्षा क्षेत्र के शेयरों में तेजी आई, जैसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयरों में 8% तक की वृद्धि हुई।

प्रमुख सूचकांक

BSE सेंसेक्स

  • खुला लगभग 80,954 पर।
  • हालिया आंकड़ों के अनुसार यह गिरकर ~80,938.9 (+‑753 अंक) पर था।
  • आज अधिकतम गिरावट ~823 अंक दर्ज की गई, जबकि दिन के दौरान यह 81,022 तक भी रिकवर हुआ था ।

NSE निफ्टी 50

  • बंद हुआ –253.2 अंक की गिरावट के साथ 24,888.2 पर।
  • विश्लेषण के अनुसार यह लगभग –1.0% नीचे था।

गिरावट के कारण

  1. मध्य-पूर्व में तनाव
    • इज़राइल–ईरान के सैन्य संघर्ष से आशंका बढ़ी, जिससे वैश्विक बाजारों में बेचैनी बनी।
  2. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
    • ब्रेंट क्रूड $75/बैरल से ऊपर पहुंच गया, जिससे तेल-गैस क्षेत्र में शेयर भारी गिरावट में रहे ।
  3. वैश्विक बिकवाली और जोखिम-मुक्त साधनों का रुझान
    • वैश्विक मंदी और निवेशकों का सुरक्षित विकल्प जैसे सोना, डॉलर में पलायन बढ़ा।
  4. एयर इंडिया विमान हादसा: इस दुर्घटना ने निवेशकों की भावना को और कमजोर किया।

सेक्टर्स और स्टॉक्स प्रदर्शन

  • बैंक, ऑयल और गैस, मेटल, ऑटो, फार्मा, IT: प्रमुख रूप से लाल रंग में, यानी गिरावट में रहे ।
  • उत्थानशील सेक्टर्स:
    • डिफेंस कंपनियों (HAL, BEL) में ~8% की तेजी।
    • ONGC, Oil India जैसे OMC शेयरों में 3–5% की वृद्धि, तेल की कीमतों से प्रेरित।

बाजार की तकनीकी—वस्तुस्थिति

  • India VIX में 7–10% की तेजी, तनाव बढ़ने का संकेत।
  • रूबल: ₹86.15–86.20/$ की ओर गिरा।

सारांश

  • आज का दिन सेंसेक्स लगभग 0.9% और निफ्टी 1% तक गिर गया।
  • मुख्य कारण थे मध्य-पूर्व की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय तेल-मंदी।
  • कुछ रक्षा और तेल क्षेत्रीय कंपनियों ने इस संकट के बीच अच्छी कमाई दिखाई।

सेक्टर रोटेशन: अभी किन सेक्टर्स पर नज़र?

  • IT, Pharma, Auto:

    • विशेषज्ञ धनंजय सिन्हा के अनुसार, “इंवेस्टर परंपरागत सेक्टर्स (फायनेंशियल, इंफ्रास्ट्रक्चर) से हटकर डिफेंसिव और स्टेबल सेक्टर्स जैसे IT, Pharma और Auto की तरफ रुख कर रहे हैं”

    • IT और Pharma में स्थिर आय और कम चक्रीयता के कारण निवेशक इन्हें सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं।

  • Financials, PSUs, Metals:

    • रोहित श्रीवास्तव का अनुमान है कि निफ्टी “25,800 तक बढ़ सकता है”, अगर ये सेक्टर अच्छी पक पकड़ बनाये रखें

    • RBI की रेपो रेट कट के बाद Financials व PSUs सबसे ज़्यादा लाभान्वित हुए हैं

  • Autos (EV रिलेवेंट):

    • ऑटो सेक्टर में इनपुट लागत में कमी, मांग में सुधार और EV अपनाने की प्रवृत्ति सकारात्मक संकेत दे रही है

    • CLSA की लारेन्स बालैंको की रिपोर्ट में Auto भी अगली रोटेशन में शामिल है

अगले महीने के लिए भविष्यवाणियाँ

विश्लेषक संभावित इंडेक्स लक्ष्य उसपर आधारित वजहें
रोहित श्रीवास्तव निफ्टी ≈ 25,800 Financials, PSUs, Metals के बल
CLSA (Balanco) Summer में निफ्टी ≈ 26,300 Financials, Autos, Industrials में सेक्टर रोटेशन
  1. रोटेशन ट्रेंड – निवेशक धीमी और स्थिर आय वाले सेक्टरों (IT, Pharma) की ओर खिंचे जा रहे हैं।

  2. मूलभूत सेक्टर्स में उछाल – Financials, PSUs और Metals RBI की दर कट और liquidity बढ़ने से सकारात्मक छाप छोड़ रहे हैं।

  3. ऑटो सेक्टर – लागत में कमी, मांग बेहतर होना, और EV ट्रेंड से फायदा मिलने की संभावना।

  4. तकनीकी लक्ष्य – अगले कुछ हफ्तों में निफ्टी 25,800–26,300 तक जा सकता है।

  5. रणनीति विकल्प – “Buy on dips” (गिरावट पर खरीदारी) सूझबूझ भरा कदम है।

आपके लिए क्या करे?

  • आपका निवेश फोकस कहाँ है?

    • अगर आप IT, Pharma, Auto, या Financials में रुचि रखते हैं, तो मैं उन सेक्टर्स के प्रमुख स्टॉक्स और वैल्यूएशन पर गहराई से पर्सनलाइज़्ड डेटा दे सकता हूँ।

बैंकिंग और रियल्टी सेक्टर ने दिखाई ताकत, F&O ट्रेडर्स के लिए खुला सुनहरा मौका

आज, भारतीय शेयर बाजार में तेज़ी का रुझान दिखाई दिया। बीएसई सेंसेक्स (Sensex) ने शुक्रवार, 6 जून 2025 को करीब 747 अंक (0.91%) की तेजी के साथ 82,188.99 पर बंद किया, वहीं एनएसई निफ्टी (Nifty 50) 252.15 अंक (1.02%) चढ़कर 25,003.05 पर पहुंच गया । इस बढ़त के पीछे मुख्य कारण भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो दर में 0.50% की अप्रत्याशित कटौती और कैश रिज़र्व रेशियो (CRR) में 1% की कमी की घोषणा रहा । रेट में इस बड़े सुधार को बाजार ने गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे निवेशकों की संपत्ति में लगभग ₹3.5 लाख करोड़ का इजाफा हुआ ।

डेली इंडेक्स की संरचना को देखें, तो बड़ी कंपनियों का प्रदर्शन लाज़वाब रहा — निफ्टी बैंक 1.47% और निफ्टी मिडकैप 1.67% तक उछला । BSE ऑटो, मेटल, रियल्टी जैसे सेक्टर्स में भी सकारात्मक रुझान देखा गया; इनमें से Realty में 4.74%, Auto में 1.50%, और Metal में 1.56% की उछाल दर्ज हुई । निफ्टी आईटी एवं एनर्जी सेक्टर्स भी क्रमश: +0.50% और +0.28% पर बंद हुए ।

टॉप इंडिविजुअल गेनर्स की बात करें, तो गोदरेज इंडस्ट्रीज़ 14.20%, सेंचुरी टेक्सटाइल्स 9.05%, ट्यूब इंवेस्टमेंट्स 8.34%, उद्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक 7.49% और IDFC बैंक 7.0% तक तेजी में रहे । वहीं, छोटी और मिडकैप कंपनियों को भी लाभ मिला, क्योंकि मिडकैप 100 इंडेक्स 1.21%, और स्मॉलकैप 50 इंडेक्स 1.15% ऊपर बंद हुआ ।

वैश्विक संकेतों को देखें तो हांग सेंग सूचकांक 0.48% गिरा, जबकि निक्की 225 और डॉव फ्यूचर्स क्रमश: +0.50% और +1.10% बढ़े । डॉलर के मुकाबले रुपया लगभग ₹85.79 पर स्थिर रहा ।

  • केंद्र में RBI की मज़बूत मौद्रिक नीति: 0.50% की रेपो दर कटौती व CRR में 1% कमी — जो निवेशकों को सकारात्मक संकेत देती है।
  • फायदे में बड़ी कंपनियाँ: बैंकिंग, मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेक्टर्स में समग्र तेजी।
  • सीमित बाहरी असर: वैश्विक संकेत मिलेजुले लेकिन घरेलू बाजार के रुख को वैल्यूएशन बढ़ावा मिला।

निष्कर्ष: आज का बाजार RBI की नीतिगत निर्णयों से उत्साहित हुआ। घरेलू निवेश बिहारों के बीच सकारात्मक वॉल्यूम बना रहा, बड़ी और मिड-स्मॉल कैप कंपनियों की लिस्ट में अच्छी हिस्सेदारी रही—जो बाजार की सामान्य मजबूती दर्शाता है।

1. प्रमुख भारतीय सूचकांक — सेंसेक्स & निफ्टी

  • BSE सेंसेक्स: आज लगभग 82,189 पर बंद हुआ, जिसमें लगभग 747 अंक की तेज़ी देखी गई—0.92% की वृद्धि।
  • NSE निफ्टी 50: मनोभाव से ऊपर की ओर उछलते हुए आज 25,003 अंक को छू गया, करीब 252 अंक (1.02%) की बढ़त के साथ।

मुख्य कारण: आरबीआई की 0.50% रेपो रेट कटौती, CRR में 1% की कमी, और बढ़ी लिक्विडिटी ।

2. RBI की मौद्रिक नीतिपरिवर्तन

  • RBI ने रेपो रेट में कुल 100 बेसिस प्वॉइंट काटे हैं—हालिया 0.50% समेत।
  • CRR को 4% से घटाकर 3% किया गया—बैंकिंग सिस्टम में अतिरिक्त ₹2.5 लाख करोड़ की लिक्विडिटी आएगी।

प्रभाव:

  • बैंकिंग, NBFC, रियल एस्टेट, ऑटो सेक्टरों को सबसे ज्यादा लाभ होगा।
  • पब्लिक सेक्टर बैंकों (PNB, BOI, Karur Vysya) ने होम-लोन दरों में कटौती की है—PNB ने रेट 8.85% से 8.35% तक घटाया, 9 जून से लागू होगा।

3. विदेशी निवेश (FPI) की गतिविधियाँ

  • 2–6 जून के बीच, FPIs ने भारतीय शेयरों में ₹8,700 करोड़ से अधिक की बिकवाली की है।
  • हालांकि, मई में FPIs ने नेटी इनफ़्लो देखा—₹19,860 करोड़; अब अप्रैल और फरवरी की बिकवाली के बाद हुआ बदलाव।

4. कॉरपोरेट अपडेट्स एवं कॉर्पोरेट एक्शंस

  • Mercury EV‑Tech Ltd ने भावनगर (गुजरात) में नया शोरूम खोला; इसके बाद शेयरों में खास तेजी आई।
  • Bajaj Finance ने “1 पर 4” बोनस शेयर देने और 1:2 स्टॉक स्प्लिट करने की घोषणा की; रिकॉर्ड डेट है 16 जून 2025
  • आगामी सप्ताह उन निवेशकों के लिए खास रहेगा जिनके पास Tata और Adani ग्रुप की कंपनियों के स्टॉक्स हैं, क्योंकि वो डिविडेंड देंगे/स्टॉक स्प्लिट करेंगे।

5. इम्पोर्टेंट सेक्टर्स की परफॉरमेंस

  • बैंकिंग और NBFCs: रेपो कट से सबसे अधिक लाभ मिला—निफ्टी बैंक इंडेक्स ने रिकॉर्ड हाई बनाया।
  • रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल सेक्टर भी आकर्षक बन गए हैं।
  • डिफेंस स्टॉक्स: Cochin Shipyard जैसे स्टॉक्स में पिछले 3 दिनों में लगभग 150% वृद्धि हुई।

6. आज का माहौल — संक्षेप

तत्व बाज़ार की स्थिति
मौद्रिक नीति RBI की रेपो-कट + CRR में कमी → लिक्विडिटी वाढ
इंडेक्स सेंसेक्स +747 अंक, निफ्टी +252 अंक
FPI ट्रेंड विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी
कॉरपोरेट कैंप EV‑Tech, Bajaj Finance में मजबूत कदम
सेक्टर होल्ड बैंकिंग, NBFC, रियल एस्टेट, ऑटो, डिफेंस प्रमुख

आपका क्या करना चाहिए?

  • अगर आप कम अवधि के पोर्टफोलियो पर ध्यान दे रहे हैं:
    • बैंकिंग, NBFC, ऑटो, रियल एस्टेट में मौजूदा रेट कट से लाभ उठाएं।
  • डिफेंस कंपनियों पर भी ध्यान दें—उनमें रिटर्न का अच्छा मौका दिख रहा है।
  • Bajaj Finance का स्टॉक स्प्लिट + बोनस योजना समझकर रणनीति बनाएं—16 जून से पहले पोज़िशन लें।
  • FPIs की बिकवाली पर नजर रखें—यदि वैश्विक माहौल अच्छा रहा तो निवेश ट्रेंड उलट सकता है।

यहाँ आज के ट्रेडिंग सत्र के लिए इंट्राडे स्तर, प्रमुख उप-सेक्टर्स की स्थिति और F&O रणनीतियों की विस्तृत जानकारी हिंदी में दी जा रही है:

1. इंट्राडे प्रमुख स्तर (Intraday Levels)

  • Nifty 50
    • समर्थन (Support): 24,700–24,780
    • प्रतिरोध (Resistance): 25,050–25,070।
    • 24,780 से ऊपर खुलने पर तेजी बनी रह सकती है, जबकि 24,700 के नीचे टूटने पर बिकवाली तेज़ हो सकती है।
  • Bank Nifty
    • Support Zone: लगभग 55,500–55,700
    • Resistance Zone: 56,500–57,000।
      वर्तमान में 56,000 से ऊपर मजबूत रेंज ब्रेकआउट दिखा है।

2. उप-सेक्टर्स की चाल (Sectoral Trend)

आज निम्नलिखित सेक्टर्स में विशेष गतिविधियाँ देखने को मिली हैं:

  • बैंकिंग / Financials:
    Bank Nifty में 1.47% मजबूती, जिसमें IDFC First Bank +7.1%, AU Small Finance बैंक +4.1%, Axis Bank +3% शामिल थे।
  • NBFCs / बीमा (FinNifty):
    FinNifty ने 1.75% की छलांग लगाई — ICICI Lombard +6.85%, Muthoot Finance +6.6%, Shriram Finance +5.7%।
  • लोहा, रियल्टी, ऑटो:
    Auto +1.5%, Metal +1.56%, Realty +4.7%।

ये संकेत देते हैं कि RBI की नीतिगत छूट से सबसे अधिक फायदा रिटेल-फोकस्ड और पूंजी-intensive सेक्टर्स को हुआ।

3. F&O (Futures & Options) ट्रेडिंग रणनीतियाँ

a) Buy-on-Dip / Dip Buying

  • निफ्टी 24,700–24,780 के आसपास गिरने पर खरीदारी की सलाह दी जा रही है।
  • बैंक निफ्टी 55,500–55,700 ज़ोन में फिर से खरीदने लायक है।

b) Call-Writing

  • 25,000–25,500 के LIKELY रेंज पर कॉल ऑप्शन बेचकर प्रीमियम अर्जित किया जा सकता है — लेकिन अगर ब्रेकआउट हो तो स्टॉप लॉस ज़रुरी ।

c) स्क्वीज गियर (Bull Call Spread / Bear Call Spread)

  • तेज़ी का सुझाव: Bull Call Spread — सस्ता Call खरीदा जाए + ऊँचा Call बेचा जाए (उदा: स्टाइक 24,800 / 25,000)।
  • कमजोर बाज़ार में जैसे रिस्क प्रबंधन: Bear Call Spread।

d) Iron Condor (Range-Bound Strategy)

  • यदि बाज़ार 24,600–25,200 रेंज में ही रहे तो यह प्रीमियम-आधारित रणनीति कारगर है ।

e) Technical Support–Resistance पर आधारित ट्रेडिंग

  • निफ्टी कॉल खरीदें यदि 24,780 से ऊपर बंद होता है, और पलटाव पर Put खरीदने पर विचार करें।

4. Risk Management और Tips

  • Position Sizing: ट्रेडिंग कैपिटल का अधिकतम 2–3% रिस्क लेना चाहिए।
  • Stop-Loss: प्रति ट्रेड 1–1.5% स्टॉप-लॉस निर्धारित करें। स्ट्रैटेजी के आधार पर समय से बाहर निकलें।
  • Theta (Time Decay): एक्सपायरी के 15 दिन पहले के ऑप्शन लेने से बचें — तांबा बेचने (writing) से टाइम डिके का लाभ मिल सकता है ।

निष्कर्ष

  • इंट्राडे: निफ्टी 24,780–25,070 और बैंक निफ्टी 56,000–57,000 रेंज की निगरानी होनी चाहिए।
  • Upsector: बैंक, NBFC, मेटल और रियल्टी में ट्रेंड मज़बूत दिख रहा है।
  • F&O रणनीतियाँ: Range-bound (Iron Condor), Bull/Bear Spreads और Call-Writing उपयुक्त।
  • Risk-Control: रिस्क लिमिट, स्टॉप-लॉस, समय पर बुकिंग और Theta awareness ज़रुरी।
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